एम्स ऋषिकेश में वर्ल्ड एंटीमाइक्रोबियल अवेयरनेस वीक के तहत जागरूकता कार्यक्रम आयोजित
एम्स, ऋषिकेश में वर्ल्ड एंटीमाइक्रोबियल अवेयरनेस वीक (WAAW-2024) के तीसरे दिन बुधवार को विभिन्न जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए गए। इनका उद्देश्य रोगाणुरोधी प्रतिरोध (एएमआर) को कम करना और स्वास्थ्यकर्मियों के बीच एंटीमाइक्रोबियल के विवेकपूर्ण उपयोग को बढ़ावा देना था। विशेषज्ञों ने संक्रमण नियंत्रण, सटीक निदान और एंटीमाइक्रोबियल स्टेवार्डशिप में आंकलन, प्रशिक्षण और प्रतिबद्धता पर जोर दिया।
कार्यक्रम के तहत 10 अस्पताल क्षेत्रों का साक्ष्य-आधारित चेकलिस्ट के माध्यम से व्यवस्थित मूल्यांकन किया गया। इस टीम में 29 स्वास्थ्यकर्मी शामिल थे, जिनमें फैकल्टी सदस्य, सहायक नर्सिंग अधीक्षक और सीनियर रेजिडेंट्स शामिल थे। इसके अलावा, 380 से अधिक डॉक्टर, नर्सिंग अधिकारी, अस्पताल अटेंडेंट्स और हाउसकीपिंग कर्मचारियों को संक्रमण नियंत्रण की सर्वोत्तम प्रथाओं और एंटीमाइक्रोबियल के जिम्मेदारीपूर्ण उपयोग पर प्रशिक्षण दिया गया।
कार्यक्रम में स्वास्थ्यकर्मियों ने एएमआर से निपटने में सक्रिय भूमिका निभाने और संक्रमण नियंत्रण में सर्वोत्तम प्रथाओं को अपनाने की शपथ ली। यह पहल न केवल मरीजों की सुरक्षा सुनिश्चित करने में सहायक है, बल्कि एंटीबायोटिक्स की दीर्घकालिक प्रभावशीलता बनाए रखने में भी मददगार साबित होगी।
सामान्य चिकित्सा विभाग के एडिशनल प्रोफेसर और आयोजन सचिव डॉ. प्रसन्न कुमार पंडा ने कहा कि इस तरह की पहल स्वास्थ्यकर्मियों को ज्ञान और अभ्यास के माध्यम से रोगाणुरोधी प्रतिरोध का मुकाबला करने के लिए सक्षम बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण है। उन्होंने एम्स, ऋषिकेश की इस प्रतिबद्धता को स्थायी स्वास्थ्य देखभाल प्रथाओं को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया।