उत्तराखंड गौरव पुरस्कार पांच विभूतियों को मिला, तीन को मरणोपरांत
उत्तराखंड राज्य स्थापना दिवस पर पुलिस लाइन में आयोजित कार्यक्रम में भारतीय फिल्म सेंसर बोर्ड के अध्यक्ष प्रसून जोशी, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल सहित पांच विभूतियों को उत्तराखंड गौरव सम्मान से नवाजा गया।
उत्तराखंड सरकार ने उत्तराखंड गौरव सम्मान पुरस्कार के लिए पांच अलग-अलग क्षेत्रों में उत्कृष्ट योगदान के लिए पांच विभूतियों को पुरस्कार के लिए चुना। जिसमें तीन को मरणोपरांत पुरस्कार के लिए चयनित किया गया था। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल पुरस्कार लेने नहीं पहुंच सके। उनके बेटे शौर्य डोभाल ने पुरस्कार लिया।
प्रभारी सचिव सचिवालय प्रशासन विनोद कुमार सुमन ने बताया पूर्व चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ रहे स्व. जनरल बिपिन रावत, कवि, लेखक और गीतकार रहे स्व.गिरीश चंद्र तिवारी, साहित्य एवं पत्रकारिता के क्षेत्र में स्व. वीरेन डंगवाल को मरणोपरांत इस पुरस्कार के लिए चयनित किया गया है।
पिछले साल इनके नामों की हुई थी घोषणा
उत्तराखंड गौरव सम्मान के लिए पिछले साल पर्यावरण के क्षेत्र में डॉ.अनिल जोशी, साहसिक खेल के लिए बछेंद्री पाल, संस्कृति के लिए लोक गायक नरेंद्र सिंह नेगी, साहित्य के क्षेत्र में रस्किन बांड के नाम की घोषणा हुई थी। जबकि पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय नारायण दत्त तिवारी को मरणोपरांत इस पुरस्कार के लिए चयनित किया गया था। लेकिन पिछल साल कार्यक्रम आयोजित न होने के चलते इन विभूतियों को भी इस साल सम्मानित किया जाएगा।