रुड़की के भगवानपुर में दवा कंपनी कर्मचारी की सोची समझी साजिश के तहत की गई हत्या से सनसनी फैल गई है। जांच में सामने आया है कि हत्यारोपी दो दिन तक लाश के साथ रहे। जब शव से बदबू आने लगी और उसे ठिकाने लगाने का प्लान फेल होता दिखा तो फरार हो गए।
पौड़ी निवासी नितिन की हत्या के बाद आसपास के लोग यह सोचकर परेशान हैं कि किसी व्यक्ति को मारकर कमरे में छोड़ दिया गया और उन्हें पता ही नहीं चला। जानकारी के अनुसार जिस मकान में हत्या हुई है वह मकान तीन मंजिला था। सबसे ऊपर की मंजिल पर हत्या हुई। नीचे के दो तलों में किराएदार रहते थे। पुलिस सूत्रों के अनुसार किराएदारों और आसपास के लोगों ने कई सनसनीखेज बातें बताई हैं।
उनका कहना है कि पांच दिन पहले ऊपरी मंजिल पर रहने वाले युवक बाजार से अनाज की टंकी लेकर आए थे। वो लोग किसी से ज्यादा बातचीत नहीं करते थे। सितंबर 2022 में ही उन्होंने मकान किराए पर लिया था। वो मकान मालिक को किराया ऑनलाइन ही देते थे।
वहीं दूसरी तरफ जिस एनटीएल कंपनी में नितिन काम करता था वहां 28 नवंबर से उसकी एंट्री ही नहीं हुई थी। ऐसे में माना जा रहा है कि नितिन की हत्या 27 नवंबर की रात को ही कर दी गई थी। वहीं पुलिस सूत्रों के अनुसारलोगों ने जो जानकारी दी है, उसके मुताबिक नितिन भंडारी के साथ रह रहे युवक 30 नवंबर को कमरे का ताला लगाकर गायब हो गए।
ऐसे में साफ जाहिर है कि नितिन की हत्या करने के बाद हत्यारे दो दिन तक उसकी लाश को ठिकाने लगाने की जुगत लगाते रहे। इसके बाद बदबू फैलने और लाश ठिकाने लगाने का प्लान फेल होता देखकर फरार हो गए। एसपी देहात एसके सिंह का कहना है कि कई जानकारियां मिली हैं। उनके आधार पर जांच पड़ताल की जा रही है।