देश की दूसरी स्वदेशी कोरोना वैक्सीन का इंसानों पर परीक्षण के लिए 1000 लोगों को शामिल किया गया
भारत में कोरोना वैक्सीन को लेकर इनदिनों काफी चर्चा है। भारत सरकार की मानें तो अगले महीने के मध्य तक कोविड वैक्सीन आ जाएगी। इसके साथ ही देश में कोरोना महामारी के अंत की शुरुआत हो जाएगी। इस बीच देश के लिए एक और बड़ी ख़बर आई है। भारत की पहली कोरोना वैक्सीन कोवाक्सिन(Covaxin) के बाद अब देश की दूसरी कोरोना वैक्सीन के मानव परीक्षण(Human trials) की शुरुआत हो गई है।
भारतीय दवा कंपनी जायडस कैडिला(Zydus Cadilla) ने बुधवार को बताया कि उसने एक संभावित कोरोना वैक्सीन के लिए मानव परीक्षण(Human trials) शुरू कर दिया है। इस बीच कोरोना वायरस संक्रमण दुनिया के तीसरे सबसे ज्यादा प्रभावित देश में तेजी से बढ़ रहा है। जायडस कैडिला(Zydus Cadilla) ने कहा कि ZYCoV-D, प्लास्मिड डीएनए वैक्सीन सुरक्षित माना गया है। इसके पहले इस कोरोना वैक्सीन के क्लीनिकल ट्रायल में प्रतिरक्षा और इम्युनिटी टेस्ट के अच्छे परिणाम सामने आए हैं।अपने मानव परीक्षणों में जाइडस कैडिला(Zydus Cadilla) 1000 से अधिक लोगों को शामिल करेगा। इसके लिए भारत में कई क्लीनिकल रिसर्च सेंटर स्थापित किए गए हैं।
इससे पहले 2 जुलाई को भारत बायोटेक की ‘कोवाक्सिन’ (COVAXIN) के बाद हैदाराबाद स्थित फार्मास्यूटिकल कंपनी जाइडस कैडिला हेल्थकेयर लि. ने भी कोविड-19 वैक्सीन बनाने की बात कही। इसके बाद ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (Drugs Controller General of India, DCGI) ने जाइडस कैडिला(Zydus Cadilla) को इस वैक्सीन के इंसानों पर परीक्षण को मंजूरी भी दे दी है। इसके साथ इंसानों पर ट्रायल के लिए अनुमति हासिल करने वाली जाइडस कैडिला देश की दूसरी कंपनी बन गई है। अभी हाल ही में हैदराबाद की भारत बायोटेक को ऐसे ट्रायल की इजाजत मिली थी।
15 अगस्त को लॉन्च हो सकती है देश की पहली कोरोना वैक्सीन
अगर सबकुछ ठीक रहा तो लाल किले से 15 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कोरोना की स्वदेशी वैक्सीन को लॉन्च कर सकते हैं। आइसीएमआर और भारत बायोटेक की साझेदारी से तैयार इस वैक्सीन का जानवरों पर परीक्षण पूरी तरह से सफल रहा है और इसके ह्यूमन ट्रायल (मानव परीक्षण) की प्रक्रिया जारी है। आइसीएमआर ने ट्रायल के लिए चुने सभी संस्थाओं को तय समय सीमा के भीतर इसके अनुपालन का सख्त निर्देश दिया है ताकि यह वैक्सीन जल्द से जल्द लॉन्च की जा सके। यदि 15 अगस्त को यह वैक्सीन लॉन्च हुई तो यह दुनिया में कोरोना की पहली वैक्सीन होगी।