शारदीय नवरात्र सोमवार से, सजे माता के दरबार, घरों में स्थापित होंगे कलश
शारदीय नवरात्रि का नौ दिवसीय पवित्र पर्व सोमवार (आज) को घटस्थापना के साथ ही शुरू हो जाएगा। माता के भक्त नवरात्रि के पहले दिन मां शैलपुत्री की विशेष पूजा अर्चना करेंगे। इस दिन लोग माता की चौकी, अखंड ज्योति व देवी प्रतिमा भी स्थापित करते हैं
उधर, नवरात्र को लेकर शहर भर के मंदिरों में विशेष तैयारियां की गई हैं। कई संगठनों की ओर से जहां धार्मिक अनुष्ठान आयोजित किए जाएंगे। वहीं, हर रोज मंदिर में सुबह-शाम विशेष पूजा अर्चना की जाएगी। रविवार को नवरात्र की पूजन सामग्री के लिए शहर के मुख्य बाजारों से लेकर छोटे बाजरों में रौनक देखने को मिली।
शक्ति आराधना का पर्व शारदीय नवरात्र पर देवी दुर्गा की पूजा और साधना की जाती है। इसके अलावा देवी के नौ अलग-अलग रूपों की पूजा होती है। हिंदू धर्म में देवी दुर्गा जो माता पार्वती का ही स्वरूप हैं, उन्हें महाशक्ति के रूप में पूजा जाता है। ज्योतिषाचार्य आचार्य डॉ. सुशांत राज ने बताया कि नवरात्र में घट स्थापना का विशेष महत्व होता है। इस साल 26 सितंबर को कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त है।
सोमवार को सुबह छह बजकर 20 मिनट से 10 बजकर 19 मिनट तक कलश स्थापना किया जा सकता है, जबकि नवरात्र का समापन पांच अक्तूबर को दशमी तिथि और दशहरे पर्व के साथ होगा। कहा कि हिंदू धर्म में नवरात्र पर्व मां शक्ति की पूजा-उपासना के लिए विशेष माना गया है।