5 राज्यों में रण की तारिखों का ऐलान! , 7 चरणों में पॉजिटिव केस वाले भी डालेंगे वोट
देहरादून/उत्तराखण्डः 08 JAN. 2022 – खबर..राजधानी से शनिवार को दिल्ली के विज्ञान भवन में दोपहर 3.30 बजे चुनाव आयोग , मुख्य चुनाव आयुक्त द्वारा आयोजित प्रेस कांफ्रेस में 5 राज्यों के चुनावो की तरिखों की घोषणा कर दी गई है। वही, मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) सुशील चंद्रा ने पत्रकारो के माध्यम से कोरोना के बीच इन पांच राज्यों में चुनाव कराने को लेकर दी जानकारी में चुनाव आयोग का कहना है कि कोरोना के बीच चुनाव कराना चुनौती पूर्ण है। साथ ही आयोग का कहना है कि सुरक्षित चुनाव कराना पहली प्राथमिकता है। कोरोना के बीच चुनाव कराने के लिए नए प्रोटकॉल लागू किए जाएंगे. चुनाव आयोग ने कहा कि 15 जनवरी तक किसी भी तरह के रोड शो, रैली, पद यात्रा, साइकिल और स्कूटर रैली की इजाजत नहीं होगी। वही, वर्चुअल रैली के ज़रिए ही चुनाव प्रचार होगा। जीत के बाद किसी तरह के विजय जुलूस भी नहीं निकलेगा. वही इस दौरान मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) सुशील चंद्रा ने कहा कि राजनीतिक दलों को सुझाव है कि वह अपना कैंपेन डिजिटल तरीके से करें। आयोग ने कहा कि 7 चरणों में चुनाव संपन्न होगें।
सूत्रों के हवाले मिली ताजा जानकारी के मुताबिक वही इसी के साथ विभिन्न राज्यों के चुनाव पर मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा ने ऐलान किया उत्तर प्रदेश की 403, पंजाब की 117, उत्तराखंड में 70, मणिपुर में 60 और गोवा में 40 विधानसभा सीटों के लिए चुनाव होगा, कोविड के मद्देनजर सुरक्षित चुनाव कराना हमारा लक्ष्य है. इन पांच राज्यों में 18 करोड़ से अधिक मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर सकेंगे, जिनमें 8.5 करोड़ महिला मतदाता हैं।
इस मौके पर CEC चंद्रा ने कहा, “उत्तर प्रदेश की 403, पंजाब की 117, उत्तराखंड में 70, मणिपुर में 60 और गोवा में 40 विधानसभा सीटों के लिए चुनाव होगा, कोविड के मद्देनजर सुरक्षित चुनाव कराना हमारा लक्ष्य है. इन पांच राज्यों में 18 करोड़ से अधिक मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर सकेंगे, जिनमें 8.5 करोड़ महिला मतदाता हैं। वही, गोवा, उत्तराखंड और पंजाब में एक चरण में चुनाव होंगे जो 14 फरवरी को संपन्न होंगे। वही जिसमें उन्होने बताया कि पांच राज्यों की 690 विधानसभा सीटों पर चुनाव संपन्न होंगे।
प्राप्त जानकारी के अनुसार बढ़ते कोरोना मामलों को देखते एतिहात उपायों का खास ध्यान रखा जा रहा है। सभी चुनाव अधिकारियों और कर्मचारियों को फ्रंटलाइन वर्कर माना और सभी पात्र अधिकारियों को प्रीकोशनरी डोज़ लगाई जाएगी। वही इसी के साथ मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा ने अवगत कराया कि चुनाव ड्यूटी पर तैनात सभी अधिकारियों का दोहरा टीकाकरण किया जाएगा क्योंकि विधानसभा चुनावों में COVID-19 का खतरा बड़ा है। मतदान का समय एक घंटे बढ़ाया जाएगा। सभी मतदान केंद्र भूतल पर होंगे, जो सैनिटाइज़र, मास्क, थर्मल स्कैनर जैसे COVID-सुरक्षित उपकरणों से लैस होंगे।
वही जिसमें उन्होने कहा यह भी कहा कि उत्तराखंड में चुनाव प्रचार पर उम्मीदवार के खर्च की सीमा को बढ़ाकर 40 लाख रुपये कर दिया गया है. चुनाव आयोग ने संबंधित अधिकारियों और सिस्टम को निर्देश दिए हैं कि चुनाव के समय पैसे, शराब और ड्रग्स समेत किसी भी तरह की गैर कानूनी सामग्री वितरण न हो. राजनीतिक पार्टियों के लिए सुविधा एप आयोग ने डेवलप किया है, तो लोगों की सुविधा और शिकायतों के लिए सीविजिल एप है।
साथ ही चुनाव आयोग के मुताबिक, चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों को ऑनलाइन नामांकन दाखिल करने का विकल्प भी दिया जाएगा. कोविड-19 की स्थिति को देखते हुए चुनाव आयोग ने कहा कि सभी मतदान केंद्रों पर सैनिटाइजर और मास्क जैसी कोविड से बचाव की सुविधाएं उपलब्ध होंगी, मतदान केंद्रों की संख्या बढ़ाई जाएगी।
वही इस मौके पर CEC चंद्रा ने कहा “यकीन हो तो रास्ता निकलता है, हवा की ओट लेकर भी चिराग जलता है…” चंद्रा ने कहा कि चुनौतियों में आशावादी सोच रखते हुए व्यवस्थाएं इस तरह की गई हैं।
— चुनाव करवाने वाला स्टाफ डबल वैक्सीनेटेड होगा।
— सभी स्टाफ को बूस्टर डोज़ भी दिया जाएगा।
— पोलिंग बूथ पूरी तरह से सैनिटाइज़ होंगे।
— उत्तराखंड में 99.6 फीसदी आबादी पहला डोज़ और 83 फीसदी डबल डोज़ ले चुकी है।
— यूपी में 90 फीसदी आबादी पहला 52 फीसदी दोनों डोज़ ले चुकी है।