कोरोना महामारी में गरीबों की मदद के लिए प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत 1.70 लाख करोड़ का राहत पैकेज दिया गया

कोरोना महामारी में गरीबों की मदद के लिए प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत 1.70 लाख करोड़ का राहत पैकेज दिया गया

नई दिल्ली, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को मध्यप्रदेश के उन लाभार्थियों से बात की जिन्हें प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना (PMGKAY) के तहत लाभ मिल रहा है। इस दौरान लोगों की जीविका से जुड़े सवाल करते हुए प्रधानमंत्री ने शिक्षा पर जोर दिया और कहा कि टोक्यो ओलिंपिक  का जिक्र किया और कहा कि गरीब घरों की बेटियां भी हैं जो देश का मान बढ़ा रहीं हैं। इसके बाद प्रधानमंत्री ने सौ साल में आई महामारी की आपदा से निपटने के लिए बनाई गई देश की रणनीति में गरीबों को सर्वोच्च प्राथमिकता मिलने की बात कही।

प्रधानमंत्री ने कहा, ‘आपदा कोई भी हो, उसका असर बहुत व्यापक होता है, दूरगामी होता है। कोरोना के कारण पूरी मानवता पर 100 साल में सबसे बड़ी आपदा आई है। कोरोना से उपजे संकट से निपटने के लिए भारत ने अपनी रणनीति में गरीब को सर्वोच्च प्राथमिकता दी। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना हो या फिर प्रधानमंत्री गरीब कल्याण रोजगार योजना, पहले दिन से ही गरीबों और श्रमिकों के भोजन और रोजगार की चिंता की गई।’

प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के लाभार्थियों से बातचीत करने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘इस संकटकाल में सरकार से जो मुफ्त अनाज मिला हर परिवार के लिए यह राहत है। लोगों से बातचीत में यह संतोष दिखा।’

वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए आयोजित कार्यक्रम को मुख्यमंत्री के संबोधन के साथ शुरुआत की गई। मुख्यमंत्री ने कहा, ‘PM गरीब कल्याण अन्न योजना के अंतर्गत नि:शुल्क खाद्यान्न का वितरण अभियान नवंबर 2021 तक चलेगा। ये अभियान अप्रैल में ही शुरू हुआ था। मैं PM को धन्यवाद देना चाहता हूं, उन्होंने 2016 से अब तक 26,27,899 परिवारों को 32,204 करोड़ रुपये की सब्सिडी मकान बनाने के लिए  दिया है।’ प्रधानमंत्री ने राज्य के होशंगाबाद की निवासी माया उईके, रेवाड़ी के चंद्रभान, बुरहानपुर के निवासी राजेन्द्र शर्मा जी से वार्तालाप की।

कोरोना महामारी के दौरान मुफ्त अनाज उपलब्ध कराने के लिए 2 लाख करोड़ रुपये अधिक लागत वाली इस योजना की शुरुआत गरीबों के लिए की गई। प्रधानमंत्री मोदी ने भी आज होने वाले इस आयोजन के बारे में ट्वीट कर कहा था, ‘इस योजना से मध्यप्रदेश के 4.8 करोड़ से अधिक भाई बहनों को लाभ मिलेगा।’ मार्च 2020 में घोषित 1.70 लाख करोड़ रुपये की लागत वाली इस योजना का मकसद कोरोना वायरस से जंग लड़ रहे गरीबों की मदद करना है ताकि उनके हाथ में पैसे और खाने की कमी न हो।

मुख्यमंत्री ने ट्वीट कर बताया, ‘प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना अंतर्गत निःशुल्क राशन वितरण कार्यक्रम में 7 अगस्त 2021 को प्रधानमंत्री हितग्राहियों से ऑनलाइन संवाद करेंगे।’ उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी गरीबों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध हैं। उनके आशीर्वाद तथा वर्चुअल गरिमामय उपस्थिति में मध्यप्रदेश में ‘प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना’ केे अंतर्गत अन्न उत्सव का कार्यक्रम संपन्न होगा।

मुख्यमंत्री ने ट्वीट में कहा, ‘अन्न उत्सव के इस कार्यक्रम के माध्यम से प्रदेश के 1 करोड़ 15 लाख परिवारों को 5 किलो गेहूं एवं चावल प्रति व्यक्ति के हिसाब से प्रतिमाह मिलेगा। प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में गरीबों के कल्याण एवं उन्नति के हरसंभव प्रयास करने के लिए मध्यप्रदेश प्रतिबद्ध हैं।’

जानें क्या है ये पैकेज:-

– कोविड-19 से जूझने वाले प्रत्येक हेल्थ वर्कर को 50 लाख रुपये का इंश्योरेंस मिलेगा जो अप्रैल 2021 से एक साल के लिए और बढ़ा दिया गया।

– 80 करोड़ गरीब आबादी को नवंबर 2021 तक हर माह मुफ्त 5 kg गेहूं या चावल और 1 kg दाल दिया जाएगा।

– जनधन खाता धारक 20 करोड़ महिलाओं को तीन महीनों के लिए हर माह 500 रुपये दिए जाएंगे।

– मनरेगा के तहत मिलने वाली दैनिक कमाई 182 से बढ़ाए गए 202 रुपये कर दी गई जिससे 13.62 करोड़ परिवारों को लाभ मिलेगा।

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