PET स्कैन सुविधा वाला उत्तराखंड का पहला सरकारी संस्थान बना एम्स ऋषिकेश

PET स्कैन सुविधा वाला उत्तराखंड का पहला सरकारी संस्थान बना एम्स ऋषिकेश

एम्स ऋषिकेश में कल (०६ अगस्त, बुधवार) को केंद्रीय आयुष राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) और स्वास्थ्य राज्य मंत्री श्री प्रताप राव जाधव ने पीईटी-सीटी (PET-CT) यानी पेट स्कैन सुविधा का उद्घाटन किया। यह उत्तराखंड का पहला सरकारी संस्थान बन गया है जहां यह अत्याधुनिक जांच तकनीक उपलब्ध कराई गई है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि PET स्कैन तकनीक कैंसर, हृदय रोग और न्यूरोलॉजिकल समस्याओं की जांच में नई संभावनाएं खोलेगी। इससे ऑन्कोलॉजी, न्यूरोलॉजी और कार्डियोलॉजी विभागों को विशेष लाभ होगा और मरीजों को समय पर निदान व उपचार मिल सकेगा।

एम्स की कार्यकारी निदेशक प्रो. मीनू सिंह ने PET-CT को विश्वस्तरीय तकनीक बताया और कहा कि इससे संस्थान की नैदानिक क्षमता में क्रांतिकारी वृद्धि होगी। न्यूक्लियर मेडिसिन विभाग की हेड प्रो. मनीषी एल. नारायण ने कहा कि यह सुविधा उन कैंसर रोगियों के लिए नई उम्मीद है जो बेहतर इलाज की आस में दूर-दूर से आते हैं।

क्या है PET स्कैन और यह कैसे मददगार है?

पॉजिट्रॉन एमिशन टोमोग्राफी (PET) स्कैन एक उन्नत इमेजिंग तकनीक है, जो शरीर के भीतर की कार्यात्मक गतिविधियों को स्पष्ट रूप से दिखाती है। इसे CT स्कैन के साथ मिलाकर PET-CT बनाया जाता है, जिससे न केवल शरीर के अंगों की बनावट बल्कि कोशिकाओं की सक्रियता भी देखी जा सकती है। यह विशेष रूप से कैंसर की प्रारंभिक पहचान, फैलाव की जांच, इलाज की प्रगति और पुनः रोग उभरने की संभावना का आकलन करने में कारगर है।

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इस अवसर पर आयुष विभाग की टेलिकंसल्टेंसी सेवा और “सुश्रुत ज्ञान सेतू” पुस्तकालय का भी उद्घाटन किया गया। साथ ही, केंद्रीय मंत्री ने उत्तरकाशी आपदा घायलों के इलाज की तैयारियों का निरीक्षण कर जरूरी दिशा-निर्देश दिए। कार्यक्रम में डीन रिसर्च प्रो. शैलेन्द्र हांडू, चिकित्सा अधीक्षक प्रो. बी. सत्या श्री, डॉ. जयंती पंत, डॉ. मोनिका पठानिया, डॉ. श्रीलय मोहंती समेत संस्थान के चिकित्सक, फैकल्टी, छात्र और कर्मचारी उपस्थित रहे।

 

Saurabh Negi

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