एम्स ऋषिकेश में हुआ उत्तराखंड यूरोलॉजिकल सोसाइटी का तीसरा वार्षिक सम्मेलन, जुटे देश-विदेश के विशेषज्ञ

ऋषिकेश, 4 मई 2025 – अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ऋषिकेश में उत्तराखंड यूरोलॉजिकल सोसाइटी का दो दिवसीय तीसरा वार्षिक सम्मेलन सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। इसमें देश-विदेश से 400 के करीब यूरोलॉजिस्ट, चिकित्सा विशेषज्ञों और प्रशिक्षुओं ने भाग लिया। सम्मेलन में यूरोलॉजिकल कैंसर, किडनी पथरी, रोबोटिक सर्जरी, महिला व पुरुष मूत्र विकारों पर नवीनतम तकनीकों, अनुसंधानों और अनुभवों का आदान-प्रदान किया गया।
मुख्य अतिथि प्रो. सत्य नारायण संखवार (बीएचयू) ने यूरोलॉजी में शोध और नवाचार को आवश्यक बताया। एम्स ऋषिकेश की कार्यकारी निदेशक प्रो. मीनू सिंह ने ऐसे आयोजनों को चिकित्सा क्षेत्र के तकनीकी विकास में सहायक बताया। आयोजन समिति अध्यक्ष डॉ. अंकुर मित्तल और सचिव डॉ. विकास पंवार ने बताया कि सम्मेलन में सेमी-लाइव सर्जिकल डेमोंस्ट्रेशन, शोध पत्र व पैनल चर्चा आकर्षण का केंद्र रहे।
सम्मेलन में विशेषज्ञों ने मूत्राशय कैंसर, किडनी पथरी, पुरुष व महिला स्वास्थ्य के प्रमुख लक्षणों और उपचार की नई पद्धतियों की जानकारी दी। विशेषज्ञों ने चेताया कि यदि पेशाब में खून, पीठ दर्द, पेशाब टपकना या यौन समस्याएं लगातार बनी रहें तो यूरोलॉजिस्ट से परामर्श आवश्यक है।
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इस आयोजन में उत्तराखंड यूरोलॉजिकल सोसाइटी के अध्यक्ष डॉ. दरेश डोडमानी, निर्वाचित अध्यक्ष डॉ. हरेंद्र गुप्ता, सचिव डॉ. दीपक गर्ग, कोषाध्यक्ष डॉ. मनीष पांडे, डीन एकेडेमिक्स प्रो. जया चतुर्वेदी, चिकित्सा अधीक्षक प्रो. सत्य श्री बलिजा सहित एम्स ऋषिकेश व अन्य संस्थानों के विशेषज्ञों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।