जय बदरीविशाल के जयघोष के साथ खुले श्री बदरीनाथ धाम के कपाट, 15 हजार से अधिक श्रद्धालु रहे उपस्थित

जय बदरीविशाल के जयघोष के साथ खुले श्री बदरीनाथ धाम के कपाट, 15 हजार से अधिक श्रद्धालु रहे उपस्थित

बदरीनाथ, 4 मई 2025 –  बैशाख शुक्ल सप्तमी को विश्वप्रसिद्ध श्री बदरीनाथ धाम के कपाट रविवार सुबह 6 बजे श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ विधिवत खोल दिए गए। गढ़वाल स्काउट्स बैंड की धुनों और “जय बदरीविशाल” के गगनभेदी उद्घोष के बीच हजारों श्रद्धालुओं ने कपाटोद्घाटन का पावन दृश्य साक्षात देखा। मंदिर को 40 क्विंटल फूलों से सजाया गया, जबकि सेना, आईटीबीपी और स्थानीय श्रद्धालुओं ने भंडारे आयोजित किए। माणा व बामणी गांव की महिलाओं ने पारंपरिक नृत्य और भजन प्रस्तुत किए तथा हेलीकॉप्टर से फूलवर्षा भी हुई।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कपाट खुलने के अवसर पर देश-विदेश के श्रद्धालुओं को शुभकामनाएं दीं और चारधाम यात्रा पर आने का आमंत्रण दिया। उन्होंने कहा कि इस वर्ष की यात्रा ऐतिहासिक होगी और सरकार ने तीर्थयात्रियों की सुविधा हेतु हरसंभव प्रबंध किए हैं। बीकेटीसी द्वारा भगवान बदरीविशाल की प्रथम महाभिषेक पूजा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम से करवाई जाएगी।

धाम में कपाट खुलने की प्रक्रिया सुबह 4 बजे से शुरू हुई, जिसमें श्री कुबेर जी की पारंपरिक आगमन यात्रा, द्वार पूजा, रावल अमरनाथ नंबूदरी, स्थानीय जनप्रतिनिधियों और मंदिर समिति के वरिष्ठों की उपस्थिति रही। ठीक 6 बजे श्री बदरीनाथ के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोले गए और निर्वाण दर्शन कराए गए। साथ ही लक्ष्मी मंदिर, श्री गणेश, घंटाकर्ण, आदि केदारेश्वर, श्री शंकराचार्य मंदिर, माता मूर्ति मंदिर माणा और भविष्य बदरी मंदिर सुभाई के भी कपाट खुले।

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पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने बताया कि अब तक चारधाम यात्रा हेतु 25 लाख से अधिक रजिस्ट्रेशन हो चुके हैं। बीकेटीसी अध्यक्ष हेमंत द्विवेदी, उपाध्यक्ष विजय कपरवाण और पर्यटन सचिव सचिन कुर्वे ने भी श्रद्धालुओं को शुभकामनाएं दीं और यात्रा की सुव्यवस्था के लिए दिशा-निर्देश जारी किए।

कपाट खुलने के दौरान हजारों श्रद्धालु, सेना अधिकारी, मंदिर समिति के सदस्य, प्रशासनिक अधिकारी, पुजारी वर्ग, और स्थानीय जनता मौजूद रही। बीकेटीसी मीडिया प्रभारी डॉ. हरीश गौड़ ने बताया कि बदरीनाथ धाम यात्रा सुगमता और श्रद्धा का अद्वितीय संगम बन चुकी है।

Saurabh Negi

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