बदरीनाथ पहुंचे शंकराचार्य वासुदेवानंद सरस्वती, बोले—सनातन धर्म की जय हो, अधर्म का नाश हो

बदरीनाथ धाम, 27 मई 2025 – श्री ज्योतिषपीठाधीश्वर शंकराचार्य 1008 स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती जी महाराज मंगलवार को शुभ मुहूर्त में श्री बदरीविशाल के दर्शन को पहुंचे। उन्होंने मंदिर में वेदपाठ के साथ पूजा-अर्चना कर लोककल्याण की कामना की। दर्शन से पूर्व बीकेटीसी अध्यक्ष आवास नर पर्वत पर उनका भव्य स्वागत किया गया और वेदपाठियों द्वारा स्वास्तिवाचन किया गया।
मंदिर परिसर में दर्शन उपरांत बीकेटीसी अध्यक्ष हेमंत द्विवेदी ने शंकराचार्य महाराज का शाल, तुलसी माला, स्मृति चिन्ह एवं भगवान बदरीविशाल का प्रसाद भेंट कर सम्मान किया।
इसके पश्चात तीर्थयात्रियों को संबोधित करते हुए शंकराचार्य जी ने धर्म की विजय और सनातन संस्कृति की रक्षा पर बल देते हुए कहा कि आदि गुरु शंकराचार्य द्वारा स्थापित चारों पीठों में श्री ज्योतिषपीठ सनातन धर्म की ध्वजा को आगे बढ़ा रहा है। उन्होंने भगवान बदरीविशाल से सभी की यात्रा मंगलमय होने की कामना की और उत्तराखंड सरकार एवं मंदिर समिति द्वारा यात्रा व्यवस्थाओं हेतु किए जा रहे प्रयासों पर प्रसन्नता जताई।
बीकेटीसी अध्यक्ष हेमंत द्विवेदी ने कहा कि शंकराचार्य महाराज का मार्गदर्शन सदैव प्राप्त होता रहा है, जिससे यात्रा व्यवस्था संतुलित व सुचारू बनी हुई है। ज्योतिषपीठ पुरोहित ऋषि सती ने भी सभी हकहकूकधारियों एवं पंडा पंचायतों का आभार जताया।
इस अवसर पर दंडी स्वामी शंकरानंद गिरी, ब्रह्मानंद सरस्वती, स्वामी विशेश्वरानंद, डिमरी पंचायत उपाध्यक्ष भास्कर डिमरी, बीकेटीसी प्रभारी अधिकारी विपिन तिवारी, धर्माधिकारी राधाकृष्ण थपलियाल, श्रेयांस द्विवेदी और पीआरओ अजय आदि उपस्थित रहे।