बीजेपी नेता और राजसमंद से विधायक किरण माहेश्वरी का कोरोना संक्रमण से निधन
नेता और राजस्थान के राजसमंद से विधायक किरण माहेश्वरी का हरियाणा के गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में निधन हो गया। वो कोरोना से संक्रमित थीं और अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था।
वहीं, प्रधानमंत्री ने अपने ट्विटर पर दुःख प्रगट करते हुए लिखा है कि किरण माहेश्वरी जी के असामयिक निधन से पीड़ा हुई। पीएम मोदी ने कहा, राजस्थान सरकार में सांसद, विधायक या कैबिनेट मंत्री के रूप में रहें, उन्होंने राज्य की प्रगति की दिशा में काम करने और गरीबों को हाशिए पर लाने के लिए कई प्रयास किए। उनके परिवार के प्रति संवेदना। ओम शांति:
जानकारी के अनुसार भाजपा नेता और राजस्थान के राजसमंद से विधायक किरण माहेश्वरी का हरियाणा के गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में निधन हो गया। कोरोना के इलाज के लिए माहेश्वरी को राजसमंद से हरियाणा के गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में लाया गया था। अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था।
बताया गया कि सांस में तकलीफ तथा लंग्स में इंफेक्शन के चलते उनकी सांसें थम गई। सोमवार दोपहर में उनका पार्थिव शव उदयपुर लाया जाएगा और यहीं कोरोना गाइड लाइन के अनुसार उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। विधायक माहेश्वरी का आवास उदयपुर के सुभाष चौक, मल्लाहतलाई के नजदीक है। कोटा नगर निगम चुनाव में प्रभारी के रूप में चुनाव प्रचार में काम करते समय वह कोरोना पॉजीटिव हो गई थी।
उल्लेखनीय है कि किरण माहेश्वरी पंद्रहवीं लोकसभा में उदयपुर से सांसद तथा उदयपुर नगर परिषद में पहली बार पार्षद चुने जाने के समय सभापति रह चुकी है। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया की विरोधी रही किरण माहेश्वरी ने उदयपुर की जगह राजसमंद को अपना राजनीतिक क्षेत्र बनाया और दो बार भाजपा से विधायक निर्वाचित हुईं। साल 2008 में विधायक बनने के बार वसुंधरा राजे सरकार में वह प्रदेश में उच्च शिक्षा मंत्री बनी।
साल 2009 में अजमेर संसदीय क्षेत्र से उन्होंने कांग्रेस के सचिन पायलट को चुनौती दी और देश भर में चर्चा का विषय बनी। भाजपा संगठन में भी वह कई बड़े पदों पर रही। महिला मोर्चा की राष्ट्रीय अध्यक्षा के तौर पर कार्यभार संभालने के अलावा वह भाजपा में राष्ट्रीय महासचिव तथा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष के रूप में काम कर चुकी हैं। इससे पहले वह हिन्दू संगठन दुर्गा वाहिनी की प्रमुख, राजस्थान सोशल वेलफेयर बोर्ड की सदस्य रह चुकी हैं।
स्थानीय भाजपा नेताओं में नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने उनके निधन को भाजपा के लिए क्षति बताया।