धराली के बाद अब थराली (चमोली) में फटा बादल

उत्तराखंड के चमोली जिले के थराली और आसपास के क्षेत्रों में आज (शनिवार)को बादल फटने से भारी तबाही मची है। कई भवन और वाहन मलबे की चपेट में आ गए। आपदा में सगवाड़ा गांव की लापता युवती का शव बरामद किया गया, जबकि 11 लोग घायल और एक लापता हैं। गांव में बिजली और पानी की आपूर्ति बाधित है।
एसडीआरएफ, एनडीआरएफ और आईटीबीपी की टीमें राहत और बचाव कार्य में जुटी हैं। जवान मलबे में दबे पेड़ों को काटकर रास्ता साफ करने की कोशिश कर रहे हैं, हालांकि रास्ते तहस-नहस हो जाने से रेस्क्यू में दिक्कतें आ रही हैं। प्रशासन प्रभावित परिवारों को कुलसारी पॉलिटेक्निक और अन्य सुरक्षित स्थलों पर पहुंचा रहा है, जहां खाने-रहने की व्यवस्था की गई है।
हरमनी से थराली तक कई स्थानों पर सड़कें बंद हैं और 15 से अधिक दुकानें क्षतिग्रस्त हुई हैं। डीएम संदीप तिवारी ने मौके का निरीक्षण कर अधिकारियों को राहत-बचाव कार्य तेज करने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने स्थिति की निगरानी करने की बात कही और जनप्रतिनिधियों से फोन पर विस्तृत जानकारी ली। उन्होंने सभी से प्रशासन का सहयोग करने की अपील की और ईश्वर से सभी के सकुशल होने की प्रार्थना की।
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डॉ. आर. राजेश कुमार ने बताया कि वर्तमान में थराली सीएचसी में 04 चिकित्सा अधिकारी, 06 स्टाफ नर्स, 01 फार्मासिस्ट, 01 ड्राइवर एवं एम्बुलेंस सहित जीवनरक्षक दवाओं के साथ टीम सक्रिय रूप से तैनात है। इसके अतिरिक्त, एसडीएच कर्णप्रयाग से 02 विशेषज्ञ चिकित्सकों एवं 02 अतिरिक्त 108 एम्बुलेंस को आपदा क्षेत्र में तैनात किया गया है। वहीं पीएचसी देवाल से एक अतिरिक्त चिकित्साधिकारी को भी मौके पर भेजा गया है। गंभीर रूप से घायल मरीजों को शीघ्र उपचार उपलब्ध कराने के लिए हेलीकॉप्टर की मदद से 06 घायलों को एम्स ऋषिकेश भेजा गया है, जबकि अन्य दो दर्जन से अधिक घायलों का मौके पर उपचार किया गया। स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि आपदा प्रभावित क्षेत्र में राहत एवं बचाव कार्यों में किसी प्रकार की शिथिलता नहीं बरती जाएगी और सभी चिकित्सा इकाइयों को उच्चतम सतर्कता बनाए रखने के निर्देश दिए गए हैं।