चारधाम यात्रा में श्रद्धालुओं की संख्या धारण क्षमता के अनुसार तय हो: एसडीसी फाउंडेशन

एसडीसी फाउंडेशन ने प्रदेश सरकार से चारधाम यात्रा में तीर्थ यात्रियों की संख्या धामों की धारण क्षमता के आधार पर तय करने की सिफारिश की है। संस्था ने चेताया कि श्रद्धालुओं की अनियंत्रित भीड़ से धामों में भीड़ प्रबंधन एक गंभीर चुनौती बन सकती है।
फाउंडेशन के संस्थापक अनूप नौटियाल ने कहा कि इस वर्ष सरकार ने हर श्रद्धालु को यात्रा की अनुमति देने का फैसला किया है, जबकि पिछले वर्षों की तुलना में इस बार तीर्थ यात्रियों की संख्या और अधिक होने की संभावना है। 2024 की चारधाम यात्रा रिपोर्ट का हवाला देते हुए उन्होंने बताया कि 192 दिन की यात्रा अवधि में 48 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने दर्शन किए थे, जिनमें से 41% केवल पहले महीने में पहुंचे थे।
नौटियाल ने सवाल उठाया कि जब तीर्थ यात्रियों की संख्या की कोई सीमा तय नहीं है, तो स्लॉट बुकिंग का औचित्य क्या है? उन्होंने रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया में स्पष्टता लाने और यात्रा को धामों की क्षमता के अनुसार नियंत्रित करने पर जोर दिया।