चारधाम में हेलिकॉप्टर हादसों पर हाईकोर्ट ने लिया संज्ञान, सरकार से हर पूछा, हर साल क्यों हो रही दुर्घटनाएं?

चारधाम में हेलिकॉप्टर हादसों पर हाईकोर्ट ने लिया संज्ञान, सरकार से हर पूछा, हर साल क्यों हो रही दुर्घटनाएं?

नैनीताल, 21 जून — उत्तराखंड हाईकोर्ट ने चारधाम यात्रा के दौरान लगातार हो रहे हेलिकॉप्टर हादसों को लेकर राज्य सरकार से जवाब मांगा है। कोर्ट ने मामले पर स्वतः संज्ञान लेते हुए पूछा कि आखिर हर वर्ष ऐसी दुर्घटनाएं क्यों हो रही हैं और इसके लिए जिम्मेदार कौन हैं? मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति जी. नरेंद्र और न्यायमूर्ति आलोक मेहरा की खंडपीठ ने इस मामले में सुनवाई करते हुए कहा कि राज्य सरकार को हेलिकॉप्टर सेवाओं के संचालन को लेकर एक ठोस नीति तैयार करनी चाहिए, जिससे भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं को रोका जा सके। अदालत ने यह भी कहा कि हाई हिमालयी क्षेत्र में मौसम का मिजाज तेजी से बदलता है, ऐसे में उड़ान से पहले मौसम की सटीक जानकारी और उड़ान संचालन में विशेष सावधानी अनिवार्य है।

इसे भी पढ़ें – देहरादून में राष्ट्रपति मुर्मू ने किया राष्ट्रपति निकेतन और तपोवन का उद्घाटन, उद्यान की रखी आधारशिला

राज्य सरकार की ओर से अदालत को अवगत कराया गया कि यात्रियों की सुरक्षा को देखते हुए फिलहाल चारधाम रूट पर हेलिकॉप्टर सेवाओं को अस्थायी रूप से स्थगित कर दिया गया है। कोर्ट ने निर्देश दिए हैं कि हेलिकॉप्टर सेवाओं की सुरक्षा के लिए स्पष्ट दिशा-निर्देश और निगरानी प्रणाली तैयार की जाए।

अदालत ने कहा कि केदारनाथ जैसे संवेदनशील और उच्च हिमालयी क्षेत्रों में हेलिकॉप्टर संचालन में विशेष तकनीकी सावधानी, मौसम की पूर्व जानकारी, पायलट की उड़ान दक्षता और आपातकालीन स्थिति से निपटने के पुख्ता प्रबंध होने चाहिए। इसके लिए सरकार को समयबद्ध नीति तैयार कर न्यायालय को अवगत कराना होगा।

हाईकोर्ट के इस रुख को केदारनाथ में हाल ही में हुए हेलिकॉप्टर हादसे के संदर्भ में महत्वपूर्ण माना जा रहा है, जिसमें पायलट समेत सात लोगों की मौत हो गई थी। अदालत ने यह सुनिश्चित करने को कहा है कि भविष्य में इस तरह की त्रासदियों से बचने के लिए प्रशासन और एविएशन कंपनियों की जवाबदेही तय की जाए।

Saurabh Negi

Share