देहरादून में पहली बार हुआ आधुनिक क्लीनिकल ट्रायल सेंटर का शुभारंभ, जानिए नई खोज और अनुसंधान का असर

देहरादून में पहली बार हुआ आधुनिक क्लीनिकल ट्रायल सेंटर का शुभारंभ, जानिए नई खोज और अनुसंधान का असर

देहरादून – श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल में आज अंतर्राष्ट्रीय क्लिनिकल ट्रायल दिवस के अवसर पर क्लीनिकल ट्रायल एंड रिसर्च यूनिट (CTRU) का शुभारंभ किया गया। यह उत्तराखंड और पश्चिमी उत्तर प्रदेश का पहला ऐसा अस्पताल है, जहां वर्ष 2016 से क्लीनिकल ट्रायल पर कार्य चल रहा है और अब इसे एक मॉडर्न रिसर्च सेंटर के रूप में विकसित किया गया है। इस सेंटर के डायरेक्टर डॉ. तनुज भाटिया, विभागाध्यक्ष कार्डियोलॉजी ने बताया कि यहां नई दवाओं के शोध एवं परीक्षण पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। क्लीनिकल ट्रायल का उद्देश्य है भविष्य में उपयोग की जाने वाली आधुनिक दवाओं की क्षमता और सुरक्षा को वैज्ञानिक रूप से समझना। इससे मरीजों को बेहतर और प्रभावी इलाज उपलब्ध हो सकेगा।

कार्यक्रम का शुभारंभ प्रो. डॉ. मनोज कुमार गुप्ता, डायरेक्टर श्री गुरु राम राय इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एंड हेल्थ साइंसेज, डॉ. उत्कर्ष शर्मा, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक, श्री महंत इन्दरेश अस्पताल, डॉ. अजय पंडिता, चिकित्सा अधीक्षक, डॉ. गौरव रतूड़ी, डॉ. अमित मैत्रेय के संयुक्त दीप प्रज्ज्वलन से हुआ। इस अवसर पर वरिष्ठ चिकित्सकों और विशेषज्ञों ने भी हिस्सा लिया।

क्लीनिकल ट्रायल की प्रक्रिया के बारे में डॉ. तनुज भाटिया ने बताया कि किसी नई दवा या टीके का विकास और उसकी सुरक्षा के लिए क्लीनिकल ट्रायल अनिवार्य होता है। इस यूनिट में विभिन्न बीमारियों पर नवीनतम तकनीकों और दवाओं पर शोध किया जाएगा। अस्पताल के विशेषज्ञ डॉ. जगदीश रावत (वरिष्ठ छाती एवं श्वास रोग विशेषज्ञ), डॉ. विवेक रोहिला (गुर्दा रोग विशेषज्ञ), डॉ. मोहन ध्यानी और डॉ. शोभित गर्ग (वरिष्ठ मनोरोग विशेषज्ञ), डॉ. नीति कुमारी (त्वचा एवं यौन रोग विशेषज्ञ), डॉ. रोहिताश शर्मा (वरिष्ठ न्यूरो फिजीशियन), डॉ. प्रशांत शारदा (इंटरवेंशनल रेडियोलॉजिस्ट) सहित कई विशेषज्ञ इस शोध कार्य में सक्रिय हैं।

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विशेष रूप से डॉ. जगदीश रावत द्वारा अस्थमा पर किए गए शोध से अब सैकड़ों मरीजों को लाभ मिल चुका है। इसके अलावा डॉ. विवेक रोहिला और डॉ. तनुज भाटिया आधुनिक दवाओं के अनुसंधान में निरंतर लगे हुए हैं, जिससे क्षेत्र के मरीजों को बेहतर इलाज मिलने की उम्मीद है।

यह क्लीनिकल ट्रायल एंड रिसर्च सेंटर न केवल उपचार के क्षेत्र में एक नई क्रांति लाएगा, बल्कि मरीजों को बेहतर और सुरक्षित इलाज का विकल्प भी प्रदान करेगा। भविष्य में यहां और भी नई बीमारियों पर शोध एवं परीक्षण किए जाएंगे, जिससे चिकित्सा क्षेत्र में उत्तराखंड की छवि और मजबूत होगी।

Saurabh Negi

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