सीएम धामी ने दिए दो सूख चुकीं नदियों के पुनर्जीवीकरण के निर्देश

सीएम धामी ने दिए दो सूख चुकीं नदियों के पुनर्जीवीकरण के निर्देश

उत्तराखंड में सूख चुकीं दो प्रमुख नदियों को पुनर्जीवित करने के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जलागम प्रबंधन से जुड़े अधिकारियों को विशेष योजना तैयार करने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने गढ़वाल और कुमाऊं मंडल में दो नदियों की पहचान कर उनके पुनर्जीवीकरण की प्रक्रिया शुरू करने पर जोर दिया है। वह बृहस्पतिवार को इंदिरानगर स्थित जलागम प्रबंध निदेशालय में जलागम विभाग की समीक्षा बैठक कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने बैठक के दौरान निर्देश दिए कि वनाग्नि की दृष्टि से संवेदनशील क्षेत्रों में जन सहभागिता से छोटी-छोटी तलैया बनाई जाएं। उन्होंने प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण के साथ लोगों की आजीविका को बढ़ाने की दिशा में जलागम विभाग की सक्रिय भूमिका की आवश्यकता पर भी बल दिया।

जल स्रोतों पर परियोजनाओं के प्रभाव का अध्ययन जरूरी

मुख्यमंत्री धामी ने कई परियोजनाओं के निर्माण से जल स्रोतों पर होने वाले दुष्प्रभाव का अध्ययन करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि योजनाओं से प्रभावित जल स्रोतों के पुनर्जीवीकरण के लिए भी कदम उठाए जाने चाहिए। जलागम की योजनाओं में वाइब्रेंट विलेज को प्राथमिकता देने और बाह्य सहायतित परियोजनाओं को समय पर पूरा करने के निर्देश भी दिए। केंद्र सरकार से सहायतित योजनाओं को शीर्ष प्राथमिकता में रखने पर जोर दिया गया।

ग्रीन हाउस गैस कम करने के लिए 1148 करोड़ की योजना

बैठक में बताया गया कि विश्व बैंक द्वारा पोषित उत्तराखंड जलवायु अनुकूल बारानी कृषि परियोजना को स्वीकृति मिल गई है। इस 1148 करोड़ रुपये की योजना का संचालन 2024 से 2030 तक किया जाएगा। योजना का उद्देश्य पर्वतीय कृषि को लाभदायक बनाना और ग्रीन हाउस गैसों को कम करना है। इसके तहत स्प्रिंग शेड मैनेजमेंट, जल निकासी, मिट्टी के कटाव में कमी, पौधरोपण, कार्बन फैंसिंग, और एग्री बिजनेस ग्रोथ सेंटर की स्थापना जैसे कार्य किए जाएंगे।

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अन्य निर्देश और उपस्थित अधिकारी

मुख्यमंत्री ने सतत जल संसाधन प्रबंधन, जलवायु परिवर्तन न्यूनीकरण, और जैव विविधता संरक्षण पर भी ध्यान केंद्रित करने की बात कही। उन्होंने वन विभाग के साथ मिलकर मानव वन्यजीव संघर्ष को कम करने के लिए प्रभावी कदम उठाने के निर्देश दिए। बैठक में जलागम प्रबंधन मंत्री सतपाल महाराज, उपाध्यक्ष अवस्थापना अनुश्रवण परिषद विश्वास डाबर, जलागम परिषद के उपाध्यक्ष रमेश गढ़िया, मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, अपर मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन समेत कई अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

 

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