उत्तराखंड में कांग्रेस की सख्ती, बागी नेताओं को छह साल के लिए किया निष्कासित
निकाय चुनावों में बागी रुख अपनाने वाले नेताओं पर उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस ने कड़ा कदम उठाया है। पार्टी ने नगर निगम, नगर पालिका, और नगर पंचायत क्षेत्रों में पार्टी प्रत्याशियों के खिलाफ चुनाव लड़ने वाले बागी उम्मीदवारों और पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल नेताओं को प्राथमिक सदस्यता से छह साल के लिए निष्कासित कर दिया है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा के निर्देश पर यह कार्रवाई की गई है। रुड़की से पूर्व मेयर यशपाल राणा, रुद्रप्रयाग से संतोष रावत, ऊखीमठ से कुब्जा धर्मवाण, बागेश्वर से कवि जोशी, और कोटद्वार से महेन्द्र पाल सिंह रावत समेत कई नेताओं पर अनुशासनात्मक कार्रवाई हुई है। इसी तरह ऋषिकेश, चमोली, टिहरी, और अन्य स्थानों के बागी उम्मीदवार भी निष्कासन की सूची में शामिल हैं।
इसके अलावा, पिथौरागढ़ के विधायक मयूख महर के खिलाफ केंद्रीय नेतृत्व से कार्रवाई का आग्रह किया गया है। युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव ऋषेन्द्र महर को भी पार्टी विरोधी गतिविधियों के कारण निष्कासन के लिए संस्तुति की गई है। करन माहरा ने कहा कि कांग्रेस एक अनुशासित संगठन है, और अनुशासनहीनता को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।