कोरोना वायरस के कहर ने क्रिकेट को भी किया बोल्ड

कोरोना वायरस के कहर ने क्रिकेट को भी किया बोल्ड

कोरोना वायरस ने क्रिकेट को बोल्ड कर दिया है और इसकी चपेट में आने के बाद अब भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआइ) इससे बचने के उपाय खोज रहा है। आइपीएल गवर्निंग काउंसिल की शनिवार को मुंबई में बैठक होगी और उसमें क्रिकेट की सबसे महंगी लीग का नया कार्यक्रम तय किया जाएगा। पहले यह लीग 29 मार्च से 24 मई तक होनी थी लेकिन अब इसे 15 अप्रैल तक टाल दिया गया है।

बीसीसीआइ के एक अधिकारी ने कहा कि अगर कोरोना का डर कम होता है और केंद्र सरकार विदेशी खिलाड़ियों के वीजा पर निलंबन को 15 अप्रैल से आगे नहीं बढ़ाती है तो इस लीग को 16 अप्रैल से शुरू किया जा सकता है। हमारी पहली कोशिश होगी कि इसे 24 मई तक ही खत्म किया जाए। हमारे पूर्व कार्यक्रम के हिसाब हमें 57 दिन में 60 मैच खेलने थे। इसमें सिर्फ छह रविवार को ही दो-दो मुकाबले होने थे। अगर हम 16 अप्रैल से लीग शुरू कर पाते हैं तो हमारे पास 38 दिन होंगे जिसमें हम आसानी से 60 मैच करा लेंगे। अगर एक-दो दिन कार्यक्रम को आगे भी बढ़ाना पढ़ा तो वह भी कर लिया जाएगा।

अन्य मैदानों का विकल्प भी खुला : इस बार के आइपीएल मैच मुंबई, बेंगलुरु, दिल्ली, चेन्नई, कोलकाता, मोहाली, गुवाहाटी, हैदराबाद और जयपुर में होने थे लेकिन महाराष्ट्र, कर्नाटक और दिल्ली सरकार ने इस पर सख्ती दिखाई है। इसके बाद बीसीसीआइ अन्य विकल्पों की तलशा में भी है। उत्तर प्रदेश क्रिकेट संघ के पूर्व सचिव और पूर्व आइपीएल चेयरमैन राजीव शुक्ला ने कहा है कि अगर कोई राज्य आइपीएल के मैच आयोजित कराने से मना करता है तो वह कुछ मैचों को लखनऊ के इकाना स्टेडियम में आयोजित करवा सकते हैं। कुछ अन्य विकल्प राजकोट, इंदौर, रायपुर, विशाखापत्तनम हो सकते हैं।

पुणे को इसमें शामिल नहीं रखा जा सकता है, क्योंकि पहले ही इस शहर में 10 कोरोना के केस मिल चुके हैं। बोर्ड के अधिकारी ने कहा कि आइपीएल का प्रारूप ऐसा है कि हर टीम को दूसरी टीम से दो बार खेलना होता है। ऐसे में हमें एक दिन में दो मुकाबले कराने होंगे। वहीं फ्रेंचाइजी मालिकों को उम्मीद है कि अगर 16 अप्रैल से आइपीएल होता है तो राज्य सरकारें इसे अपनी मंजूरी दे सकती हैं क्योंकि तब तक स्थिति बदल सकती है।

बीसीसीआइ के एक सूत्र ने कहा कि आइपीएल कराने में राज्य सरकार का सहयोग अहम होता है क्योंकि वह हमें सुरक्षा प्रदान करते हैं। वहीं एक अन्य मामला भी सुलझाने की जरूरत है, क्योंकि बीसीसीआइ ने मैच कराने की फीस फ्रेंचाइजियों पर बढ़ा दी है। 30 लाख की जगह 50 लाख की गई फीस का फ्रेंचाइजी विरोध कर रही हैं। ऐसे में अगर फ्रेंचाइजियों को स्पांसरशिप से रकम नहीं मिल पाती है, तो वह इसमें मोलभाव करेंगे। अगर टूर्नामेंट बंद दरवाजे में होता है तो फिर फ्रेंचाइजी गेट मनी के साथ ही स्पांसरशिप रकम भी काफी संख्या में गंवा देंगी।

जल्द से जल्द स्वदेश लौट जाएगी द. अफ्रीकी टीम : भारत और दक्षिण अफ्रीका की टीमें शुक्रवार को ही लखनऊ पहुंचीं थीं और उसी के बाद सीरीज स्थगित करने की घोषणा हो गई। बीसीसीआइ के एक अधिकारी ने कहा कि भारतीय खिलाड़ी लखनऊ से अपने-अपने गंतव्य चले जाएंगे जबकि दक्षिण अफ्रीकी खिलाड़ी शनिवार की सुबह दिल्ली पहुंचेंगे और यहां से स्वदेश के लिए रवाना हो जाएंगे। यह दूसरी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट सीरीज है जो रद की गई है।

इंग्लैंड और श्रीलंका के बीच होने वाली टेस्ट सीरीज स्थगित कोलंबो : इंग्लैंड ने श्रीलंका के खिलाफ अगले सप्ताह से शुरू हो रही दो मैचों की टेस्ट सीरीज को स्थगित कर दिया है। इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। पहला टेस्ट 19 मार्च से गॉल में जबकि दूसरा टेस्ट 27 मार्च से कोलंबो में खेला जाना था। ईसीबी ने कहा कि दुनिया भर में कोरोना वायरस के फैलने के कारण श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड से चर्चा करने के बाद यह दौरा स्थगित कर दिया गया है। हमनें अपने खिलाड़ियों को वतन वापसी का आदेश दिया है। इस समय पर हमारे खिलाड़ियों और सहायक स्टाफ मानसिक और शारीरिक तौर पर टूटे हुए हैं। हम अपने खिलाड़ियों जल्द से जल्द अपने परिवार से मिलाना चाहते हैं। इस समय क्रिकेट को जारी रखना एक गलत फैसला होगा।

2008 में इंग्लैंड की टीम सात वनडे और दो टेस्ट खेलने के लिए भारत पहुंची थी। कटक में खेले गए पांचवें वनडे के दिन मुंबई में आतंकवादी हमला हुआ, जिसके बाद बाकी दो वनडे रद किए गए। इसके बाद इंग्लैंड ने कुछ दिन बाद आकर दो टेस्ट की सीरीज खेली थी।

2014-15 में वेस्टइंडीज की टीम भारत दौरे पर पांच वनडे, एक टी-20 और तीन टेस्ट खेलने पहुंची। वनडे सीरीज का तीसरा मैच साइक्लोन के कारण रद हो गया। वेतन नहीं बढ़ने से अपने क्रिकेट बोर्ड से नाराज वेस्टइंडीज टीम के कप्तान ड्वेन ब्रावो टॉस करने ही नहीं आए। इसके बाद टीम वापस लौट गई।

बीसीसीआइ अध्यक्ष सौरव गांगुली ने बताया कि फिलहाल आइपीएल स्थगित है। हर किसी की सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है। देखते हैं आगे क्या होता है। अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी। किसी के पास भी विकल्प नहीं है।

आइपीएल में खेलने का निर्णय खिलाड़ियों का होगा। न्यूजीलैंड के क्रिकेटर इसमें खेलने और नहीं खेलने के लिए स्वतंत्र हैं।

न्यूजीलैंड क्रिकेट

पूर्व आइपीएल चेयरमैन राजीव शुक्ला ने बताया कि बीसीसीआइ सचिव जय शाह से मेरी बात हुई और दोनों टीमों के खिलाड़ियों से भी चर्चा की गई जिसके बाद हमने खाली मैदान में मैच कराने की जगह उसे स्थगित करने का फैसला किया। इस मैच के बदले लखनऊ और कोलकाता में बाद में मैच आयोजित किया जाएगा। दक्षिण अफ्रीका टीम फिर भारत आएगी।

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