मैदान से लेकर पहाड़ तक रोजाना बड़ी संख्या, चमोली में दो और पौड़ी जिले में चार कोरोना पॉज़िटिव

मैदान से लेकर पहाड़ तक रोजाना बड़ी संख्या, चमोली में दो और पौड़ी जिले में चार कोरोना पॉज़िटिव

उत्तराखंड में कोरोना की स्थिति भयावह होती जा रही है। मैदान से लेकर पहाड़ तक रोजाना बड़ी संख्या में संक्रमित मरीज मिल रहे हैं। गुरुवार सुबह चमोली में दो लोगों की कोरोना जांच रिपोर्ट पॉज़िटिव आई है। अब जिले में संक्रमितों की संख्‍या 29 हो गई है। वहीं, पौड़ी में 4 लोगों की कोरोना जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इनमें दो लोग नोएडा और दो मुंबई से आए थे।बीते रोज भी प्रदेश में 42 और कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले हैं। जिनमें सर्वाधिक 15 नैनीताल से हैं। 11 देहरादून, छह चमोली, चार हरिद्वार, पौड़ी से तीन और ऊधमसिंहनगर, पिथौरागढ़ व उत्तरकाशी से एक-एक मरीज है। राहत की बात यह कि कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच मरीज लगातार स्वस्थ भी हो रहे हैं। बुधवार को भी 30 मरीज डिस्चार्ज किए गए।

स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, बीते रोज 1071 सैंपल की जांच रिपोर्ट मिली है। जिनमें 1029 निगेटिव व 42 मामले पॉजिटिव हैं। नैनीताल में जिन 15 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव है, वह सभी मुम्बई से लौटे हैं। देहरादून में आइवीएफ क्लीनिक चलाने वाली एक निजी चिकित्सक, दून महिला अस्पताल की स्टाफ नर्स व एक महिला गार्ड संक्रमित पाए गए हैं। इसके अलावा कौलागढ़, विकासनगर, मियांवाला, खुड़बुड़ा व मोथरोवाला क्षेत्र से भी संक्रमित आए हैं। वहीं एम्स ऋषिकेश में भर्ती कोरोना संक्रमित मुजफ्फरनगर निवासी एक महिला की मौत हुई है। वहीं सीमा डेंटल कालेज में क्वारंटाइन रुद्रप्रयाग के एक युवक की भी रिपोर्ट पॉजिटिव है।

चमोली में जिन छह लोगों में कोरोना की पुष्टि हुई है वह सभी दिल्ली से लौटे लोग है। हरिद्वार में मुम्बई व हैदराबाद से लौटे पांच लोग संक्रमित पाए गए हैं। पौड़ी में जिन लोगों में कोरोना की पुष्टि हुई है उनमें दो दिल्ली व एक मुम्बई से लौटा है। पिथौरागढ़ में बेरीनाग निवासी युवक में कोरोना की पुष्टि हुई है। वह 27 मई को मुम्बई से लौटा था। ऊधमसिंहनगर के रुद्रपुर में संक्रमित मिला युवक मुम्बई में नौकरी करता था और 27 मई को अपने दो भाई व मां के साथ लौटा है। उत्तरकाशी में भी एक व्यक्ति की रिपोर्ट पॉजिटिव है। अभी तक प्रदेश में कोरोना के 1093 मामले आए हैं। जिनमें 284 स्वस्थ हो चुके हैं। इसके अलावा चार मरीज राज्य से बाहर जा चुके हैं। जबकि, कोरोना संक्रमित नौ लोगों की मौत भी हो चुकी है। वर्तमान में प्रदेश में 796 एक्टिव केस हैं। बुधवार को जिन 30 मरीजों को डिस्चार्ज किया गया है उनमें 11 नैनीताल, छह देहरादून, पांच टिहरी, चार अल्मोड़ा, तीन ऊधमसिंहनगर व एक पिथौरागढ़ से है।

सभी प्रवासियों के नहीं लिए जाएंगे सैंपल

आइसीएमआर की गाइडलाइन के तहत अब हरिद्वार जिले में सभी प्रवासियों की सैंपलिंग नहीं होगी। अब 65 साल से ज्यादा उम्र के व्यक्ति, संक्रमित के संपर्क में आए लोग, गर्भवती महिला और कोरोना के लक्षण वालों की जांच की जाएगी।

 कोरोना संक्रमित महिला और बुजुर्ग की मौत

एम्स ऋषिकेश में भर्ती कोरोना संक्रमित महिला और मैक्स अस्पताल में भर्ती कोरोना बुजुर्ग की मौत हो गई। महिला मूल से रूप से उप्र के रेखड़ी मुजफ्फरनगर और बुजुर्ग सहारनपुर के रहने वाले थे। इन्हें मिलाकर राज्य में कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत का आंकड़ा नौ पहुंच गया है।

25 वर्षीय महिला को उल्टी दस्त की शिकायत के चलते एक जून को एम्स में भर्ती कराया गया था। वह ओपीडी में आई और वहीं उसका कोरोना सैंपल लिया गया था, जो पॉजिटिव आया। बुधवार सुबह उसकी मौत हो गई। उसके साथ आए एक अन्य व्यक्ति की रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई है।

उधर, मैक्स अस्पताल में भर्ती सहारनपुर निवासी कोरोना संक्रमित बुजुर्ग की मौत हो गई है। मौत की वजह दिल का दौरा पड़ना बताई जा रही है। अस्पताल प्रबंधन ने इसकी सूचना स्वास्थ्य विभाग को भी दी।

मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. बीसी रमोला ने बताया कि सहारनपुर निवासी 65 वर्षीय बुजुर्ग की तबीयत बिगड़ने पर परिजन उन्हें मैक्स अस्पताल में लाए थे। अस्पताल प्रशासन के मुताबिक, मरीज को सोमवार को वहां लाया गया था। जहां डॉक्टरों ने प्राथमिक जांच के बाद हृदय संबंधी दिक्कत बताई। साथ ही हार्ट सर्जरी की जरूरत बताकर भर्ती किया था। सर्जरी से पहले डॉक्टरों ने मरीज का कोरोना जांच के लिए सैंपल भेजा था। मंगलवार रात रिपोर्ट पॉजिटिव आई। उन्हें दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल शिफ्ट करने की तैयारी थी कि इस बीच रात को उन्हें दिल का दौरा पड़ गया।

सीएमओ ने बताया कि उन्हें वेंटिलेटर पर रखकर बचाने की कोशिश की गई, लेकिन बचाया नहीं जा सका। उन्होंने बताया कि कोविड पॉजिटिव होने के कारण शव का पोस्टमार्टम नहीं किया गया है। प्रोटोकॉल के हिसाब से ही शव का अंतिम संस्कार किया जाता है। इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग ने अस्पताल प्रबंधन से संक्रमित मरीज के संपर्क में आए डॉक्टरों, स्टाफ और परिजनों के बारे में जानकारी ली है। साथ ही उन्हें गाइडलाइन के हिसाब से क्वारंटाइन किया जाएगा। अस्पताल को भी सेनिटाइजेशन और अन्य जरूरी कदम उठाने को कहा गया है।

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