रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, जनरल बिपिन रावत और आर्मी चीफ एमएम नरवाणे पहुंचे लद्दाख, रक्षा मंत्री ने चलाई मशीन गन

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, जनरल बिपिन रावत और आर्मी चीफ एमएम नरवाणे पहुंचे लद्दाख,  रक्षा मंत्री ने चलाई मशीन गन

वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर तनाव के बाद चीन के पीछे हटते कदमों के बीच रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह दो दिवसीय दौरे पर लद्दाख पहुंचे हैं। चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत और थल सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवाने भी उनके साथ मौजूद हैं। रक्षा मंत्री यहां एलएसी पर सुरक्षा हालात का जायजा लेंगे और जवानों का हौसला बढ़ाएंगे। रक्षा मंत्री की मौजूदगी में भारतीय सेना के जवानों ने अभ्यास किया। इस दौरान रक्षा मंत्री ने मशीन गन भी चलाई।

चीन को मुंहतो़ड़ जवाब

लेह में रक्षा मंत्री ने मशीन गल चलाकर चालबाज चीन को चेतावनी दी। इसके पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद लेह पहुंकर चीन को मुंहतो़ड़ जवाब देने वाले जवानों की पीठ थपथपा चुके हैं। राजनाथ सिंह पूर्वी लद्दाख के गलवन में चीनी सैनिकों से हुई खूनी झड़प में घायल हुए जवानों से मुलाकात करेंगे।

भारतीय सेना के जवानों ने दिखाया दम

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत और सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवाने लेह के स्टाकना पहुंचे हैं। रक्षा मंत्री की मौजूदगी में भारतीय सेना के टी -90 टैंक और बीएमपी पैदल सेना के लड़ाकू वाहनों ने अभ्यास किया।

रक्षा मंत्री के सामने पैरा ड्रापिंग अभ्यास

लेह में भारतीय सशस्त्र बलों के सैनिकों ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की मौजूदगी में पैरा ड्रापिंग अभ्यास किया। जानकारी के अनुसार रक्षा मंत्री लेह स्थित उत्तरी कमान की 14 कोर के मुख्यालय में सेना अधिकारियों से बैठक कर पूर्वी लद्दाख के मौजूदा हालात पर चर्चा करेंगे। एलएसी पर तैनात जवानों से भी मिलेंगे।

लेह हवाई अड्डे पर पहुंचे राजनाथ सिंह

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत और आर्मी चीफ जनरल एमएम नरवाणे लेह हवाई अड्डे पर पहुंचे। रक्षा मंत्री को 3 जुलाई को ही लद्दाख आना था। तभी अचानक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का लद्दाख दौरा तय हो गया। इससे रक्षा मंत्री का कार्यक्रम टल गया था।

कश्मीर में सुरक्षा हालात भी जानेंगे

रक्षा मंत्री कश्मीर में सुरक्षा हालात की भी जानकारी लेंगे। इस समय कश्मीर में आतंकवादियों पर कड़े प्रहार कर स्थायी शांति कायम करने की कोशिश सतत जारी है। सेना की पंद्रह कोर मुख्यालय श्रीनगर में रक्षा मंत्री अधिकारियों से बैठक करेंगे। इसमें वह आतंकवादियों के खिलाफ अभियान व गोलाबारी कर रहे पाकिस्तान को मुंहतो़़ड जवाब देने के लिए उठाए जा रहे कदमों जानेंगे। इसके बाद वह दिल्ली के लिए रवाना हो जाएंगे।

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