देहरादून की तीन नदियों में शुरू होगी एंगलिंग

देहरादून की तीन नदियों में शुरू होगी एंगलिंग

देहरादून, 2 अगस्त – दून की वादियों में घूमने आने वाले सैलानी अब मछली भी पकड़ सकेंगे। जिला मत्स्य विभाग ने एंगलिंग गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए पहले चरण में यमुना, टोंस और अमलावा नदियों में पांच सहकारी समितियों को लाइसेंस जारी किए हैं। इन नदियों में पर्यटक निर्धारित शुल्क के साथ एंगलिंग कर सकेंगे, जिससे जहां पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, वहीं स्थानीय लोगों को भी रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे ऐसा विभाग का मानना है।

एंगलिंग एक मनोरंजक गतिविधि है, जिसमें महाशीर जैसी दुर्लभ मछलियों को पकड़ने के बाद वापस नदी में छोड़ दिया जाता है। भारतीय पर्यटकों के लिए प्रतिदिन ₹75 और विदेशी पर्यटकों के लिए ₹150 शुल्क निर्धारित किया गया है। यह शुल्क संबंधित समिति कार्यालय में जमा किया जाएगा।

मत्स्य विभाग के मुताबिक एंगलिंग से विलुप्त हो रही महाशीर मछली के संरक्षण को बल मिलेगा और अवैध शिकार पर भी रोक लगेगी। इसके साथ ही पर्यटकों के ठहरने, खाने और गाइड सेवाओं जैसी गतिविधियों के जरिए स्थानीय स्तर पर स्वरोजगार बढ़ेगा।

फिलहाल टोंस नदी में अणु गांव से फेडीज पुल तक, यमुना नदी में चामी पुल से डबरेडखड तक और अमलावा नदी में गाडाछानी से यमुना पुल तक पांच बीट निर्धारित की गई हैं, जिनकी निगरानी पांच अलग-अलग सहकारी समितियां करेंगी। विभाग ने भविष्य में एंगलिंग प्रतियोगिताओं के आयोजन की योजना भी बनाई है।

इसे भी पढ़ें – उत्तराखंड पंचायत चुनाव: जिला पंचायत में कांग्रेस के 198 में से 138 अधिकृत प्रत्याशी विजयी

जिला मत्स्य प्रभारी विनोद यादव ने बताया कि यदि परिणाम सकारात्मक रहे तो अन्य समितियों को भी लाइसेंस दिए जाएंगे और जिले में नई एंगलिंग साइट्स को भी चिन्हित किया जाएगा।

Saurabh Negi

Share