देहरादून में चारों तरफ तबाही, कहीं बदल फटा तो कही जलस्तर बढ़ा, कई की मौत और कई लापता

देहरादून – सहस्रधारा क्षेत्र में सोमवार देर रात बादल फटने से भारी तबाही मच गई। देर रात करीब साढ़े 11 बजे हुई इस घटना में बाजार, होटल, दुकानें और पुल बह गए, जबकि कई घरों में कीचड़ भर गया। अब तक 10 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है और कई लोग अभी भी लापता बताए जा रहे हैं। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें राहत और बचाव कार्य में जुटी हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हालात पर नजर बनाए रखी है और केंद्र सरकार से सहयोग का आश्वासन मिला है।
सहस्रधारा और आसपास का इलाका सबसे ज्यादा प्रभावित
कार्डीगाड़ के ग्राम प्रधान राकेश जवाड़ी के मुताबिक, सहस्रधारा बाजार में मलबा भर जाने से दो से तीन बड़े होटल और सात से आठ दुकानें क्षतिग्रस्त हो गईं। वहां पर करीब 100 लोग फंस गए थे जिन्हें ग्रामीणों ने मिलकर सुरक्षित बाहर निकाला। वहीं एक से दो लोगों के लापता होने की आशंका है जिनकी तलाश की जा रही है।
आईटी पार्क और टपकेश्वर में बाढ़ का कहर
आईटी पार्क के पास अचानक बड़ी मात्रा में मलबा आने से सॉन्ग नदी का जलस्तर बढ़ गया। पुलिस ने आसपास रहने वाले लोगों को सतर्क कर सुरक्षित स्थानों पर भेजा। टपकेश्वर मंदिर परिसर पूरी तरह जलमग्न हो गया और शिवलिंग तक पानी में डूब गया। मंदिर खाली कराया गया है।
प्रेमनगर और ठाकुरपुर में भारी नुकसान
प्रेमनगर क्षेत्र के परवल में आसन नदी उफान पर आ गई और दर्जनों घर पानी में डूब गए। एक ट्रैक्टर में सवार 14-15 मजदूर बह गए, जिनमें से छह की मौत की पुष्टि हुई है। बाकी की तलाश जारी है। ठाकुरपुर इलाके में हालात इतने भयावह थे कि लोग जान बचाने के लिए बिजली के खंभों और ऊंची जगहों पर चढ़ गए। पानी के तेज बहाव ने सड़कें और घर बहा दिए। देहरादून-पांवटा राष्ट्रीय राजमार्ग पर प्रेमनगर नंदा की चौकी के पास पुल बह जाने से आवाजाही पूरी तरह ठप हो गई।
मसूरी रोड में आया मलबा, मजदूर की मौत
मसूरी के झड़ीपानी में देर रात भारी बारिश से मजदूरों के कच्चे आवास पर मलबा गिर गया। एक मजदूर की मौके पर मौत हो गई और एक गंभीर रूप से घायल हो गया। घायल को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मसूरी-देहरादून मार्ग भी जगह-जगह भूस्खलन से बंद हो गया है।
सड़कें और पुल टूटे, यातायात बाधित
भारी बारिश से देहरादून-हरिद्वार राष्ट्रीय राजमार्ग पर लालतप्पड़ पुल की एप्रोच रोड बह गई। मसूरी-देहरादून मार्ग बंद है और कई वाहन बीच में फंसे हुए हैं। प्रेमनगर में नंदा की चौकी पुल का हिस्सा टूट गया, जिससे विकासनगर और सेलाकुई से संपर्क कट गया। डोईवाला के जखन नदी पर बना पुल का हिस्सा भी बह गया। देहरादून-पांवटा राजमार्ग पर टोंस नदी के पुल के पास सड़क टूट गई है और यातायात बंद कर दिया गया है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया और कहा कि केंद्र सरकार राज्य के साथ खड़ी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने फोन पर आपदा की जानकारी ली और हर संभव सहायता का भरोसा दिया। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को राहत और बचाव कार्य युद्धस्तर पर चलाने के निर्देश दिए हैं।
देहरादून के सहस्त्रधारा में देर रात हुई अतिवृष्टि से कुछ दुकानों को नुकसान पहुंचने की दुःखद सूचना प्राप्त हुई है। जिला प्रशासन, एसडीआरएफ, पुलिस मौके पर पहुंचकर राहत और बचाव कार्यों में जुटे हुए हैं।
इस सम्बन्ध में निरंतर स्थानीय प्रशासन से संपर्क में हूँ और स्वयं स्थिति की…
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) September 16, 2025
आपदा की इस विकट स्थिति में राहत एवं बचाव कार्यों को युद्धस्तर पर संचालित किया जा रहा है। हम हर पीड़ित परिवार की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध हैं। pic.twitter.com/8RcxpVFmF1
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) September 16, 2025
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प्रशासन ने नागरिकों से अपील की है कि पहाड़ी इलाकों में अनावश्यक यात्रा न करें और झुग्गियों में रह रहे लोग सुरक्षित स्थानों पर चले जाएं। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें लगातार राहत कार्य कर रही हैं और लापता लोगों की तलाश जारी है।