देहादून में इस्लामिक धर्मांतरण नेटवर्क उजागर: देहरादून से दुबई-पाकिस्तान तक फैला रैकेट

देहरादून, 27 जुलाई — छांगुर धर्मांतरण गिरोह का नेटवर्क देहरादून से लेकर दुबई और पाकिस्तान तक फैला हुआ था। इस संगठित रैकेट की जांच में एक और मामला सामने आया है, जिसमें प्रेमनगर थाना क्षेत्र की एक युवती को इस्लाम में परिवर्तित कर दुबई भेजने की साजिश का खुलासा हुआ है। शनिवार को प्रेमनगर थाने में इस मामले में दूसरा मुकदमा दर्ज किया गया है, जिसमें छह लोगों को नामजद किया गया है। एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि रानीपोखरी में पहले दर्ज मामले की तफ्तीश के दौरान प्रेमनगर की एक और युवती — मूल रूप से बरेली निवासी — का नाम सामने आया। युवती को छांगुर के गुर्गों ने ‘सुमैया’ नाम देकर इस्लाम में परिवर्तित किया और पाकिस्तान के मौलवियों से इस्लामी शिक्षा दिलवाई। युवती से पाकिस्तान में मौलवियों तक धन पहुंचाने के लिए दुबई के रास्ते हवाला ट्रांजेक्शन भी कराया गया।
गिरोह की कार्यशैली: जूम से लेकर लूडो तक धर्मांतरण की साजिश
युवती ने बताया कि पहले उसे एक मुस्लिम युवती ने फोन पर कलमा पढ़ाया और इस्लाम के प्रति प्रेरित किया। इसके बाद कश्मीर के युवाओं के साथ जूम मीटिंग में शामिल कराया गया, जहां उसे इस्लामिक शिक्षा दी गई। इसके बाद उसे पाकिस्तान के मौलवी तनवीर अहमद से जोड़ा गया, जिसने ऑनलाइन इस्लामिक क्लास शुरू की। साजिश का हिस्सा रही पाकिस्तानी मोबाइल गेम लूडो स्टार भी बना एक जरिया। गेम खेलते-खेलते युवती की पाक नागरिकों से बातचीत शुरू हुई और इस्लाम को लेकर भावनात्मक रूप से प्रभावित किया गया। युवती को सेलिब्रिटी जैसा व्यवहार मिलने लगा, जिससे उसका रुझान बढ़ता गया।
दुबई के ज़रिए पाकिस्तान तक पहुंचे रुपये
पाक मौलवी से मुफ्त में शिक्षा न लेना चाहने पर उसकी पहचान देहरादून के कांवली निवासी सुलेमान से कराई गई, जो फिलहाल दुबई में है। सुलेमान ने युवती को कहा कि सीधे पाकिस्तान में ट्रांजेक्शन करने पर शक होगा, इसलिए वह रकम पहले सुमैया के खाते में डलवाता और फिर दुबई से पाकिस्तान ट्रांसफर करता। इस ट्रांजेक्शन की पुष्टि जांच में हुई है।
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आरोपियों की सूची
- अब्दुल रहमान उर्फ महेंद्र पाल सिंह – भगत विहार, करावलनगर, दिल्ली
- अब्दुल रहीम – अब्दुल रहमान का बेटा
- अब्दुल्ला – अब्दुल रहमान का बेटा
- अब्दुर रहमान उर्फ रुपेंद्र प्रताप सिंह – शंकरपुर, सहसपुर, देहरादून
- आयशा उर्फ कृष्णा – ओल्ड गोवा
- सुलेमान – कांवली, देहरादून (वर्तमान में दुबई निवासी)
उपरोक्त छहों आरोपियों को पहले ही यूपी एटीएस द्वारा गिरफ्तार किया जा चुका है। अब देहरादून पुलिस इन्हें बी वारंट पर आगरा से देहरादून लाएगी। एसएसपी ने बताया कि इसके लिए एक विशेष टीम का गठन कर दिया गया है। जांच में यह भी सामने आया कि आरोपी छांगुर व उसके सहयोगी युवतियों को नया नाम देते और नई धार्मिक पहचान दिलाते थे। रानीपोखरी की युवती को ‘मरियम’ नाम दिया गया था, जबकि प्रेमनगर की युवती को ‘सुमैया’ नाम से इस्लाम कबूल कराया गया। देहरादून में यह गिरोह सुनियोजित रूप से युवतियों को धर्मांतरण की ओर प्रेरित करता था, फिर उन्हें दुबई भेजकर निकाह कराने की साजिश करता। पुलिस व खुफिया एजेंसियों की सतर्कता के चलते यह जाल समय रहते टूट गया।