देहरादून में विश्व साइकिल दिवस पर सडकों पर उमड़ा जनसैलाब, 150 साइकिलिस्टों ने दिया पर्यावरण बचाने का संदेश

देहरादून में विश्व साइकिल दिवस पर सडकों पर उमड़ा जनसैलाब, 150 साइकिलिस्टों ने दिया पर्यावरण बचाने का संदेश

देहरादून, 3 जून — विश्व साइकिल दिवस के अवसर पर मंगलवार सुबह देहरादून की सड़कों पर जबरदस्त उत्साह देखने को मिला। राजधानी में आयोजित भव्य साइकिल रैली में विभिन्न आयु वर्गों के 150 से अधिक साइकिलिस्टों ने हिस्सा लेकर नागरिकों को स्वस्थ जीवन, प्रदूषण मुक्त यातायात और कार्बन उत्सर्जन में कमी का संदेश दिया। इस जागरूकता रैली का आयोजन बाइक क्राफ्ट, पहाड़ी पैडलर्स और देहरादून के विभिन्न साइकिल समूहों द्वारा संयुक्त रूप से किया गया। रैली की शुरुआत गांधी पार्क से हुई, जो घंटाघर, बिंदाल पुल, किशननगर चौक होते हुए बल्लूपुर चौक तक पहुंची और वहां से वापस गांधी पार्क लौटकर सम्पन्न हुई।

रैली में स्कूली छात्र, युवा, वरिष्ठ नागरिक, और सरकारी कर्मचारी उत्साहपूर्वक शामिल हुए। आयोजक अक्षत (बाइक क्राफ्ट) ने बताया कि “आज की रैली को उद्देश्य लोगों को जागरूक करने के साथ-साथ साइकिलिंग को प्रमोट करने और कम्यूनिटी को बढ़ाने के लिए भी था। उन्होने यह भी कहा कि आज के यूथ के पास एक एनर्जी है और इस तरह के इवेंट उनको एक नई दिशा देने का काम करते हैं।”

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आइये जानें किसने क्या कहा –

  • आलोक छेत्री ने कहा, “ हर किसी को साइकिलिंग करनी चाहिये क्योंकि इसमें आप नेचर के लुत्फ तो उठाते ही हैं और साथ ही साथ फिटनेस, स्वास्थ्य एवं मेंटल हेल्थ भी सही रहती है।”
  • नीरज भंडारी ने साझा किया, “आज की रैली में हिस्सा लेकर बहुत अच्छा लगा। ये सिर्फ एक रैली ही नही थी बल्कि ये फिटनेस, पर्यावरण जागरूकता और सस्टेनेबल जीवनशैली को प्रमोट के लिए एक मजबूत संदेश है।”
  • रीना सेठी ने कहा, “साइकिल चलाना सिर्फ फिटनेस ही नहीं एक सोच भी है – Clean, Green और Free. इससे हमारा मन साफ रहता है, पर्यावरण हरा भरा रहता है और शहर प्रदूशण मुक्त।”
  • राजन गुप्ता ने कहा, “आज की रैली में सभी को देखकर खुशी हुई। हमे साइकिलिंग को अपनाना चाहिये, इससे मानसिक शांति तो मिलती ही है और यातायात की समस्या कम होती है।”
  • नितिन छेत्री ने कहा, “ साइकिलिंग परिवहन का इको फ्रैडली होने के साथ-साथ बजट फ्रैंडली साधन भी है। यदि इसे सही से इस्तेमाल किया जाय तो यह आम व्यक्ति के जीवन मेें क्रान्ति ला सकता है।”

इस अवसर पर प्रतिभागियों ने एकमत होकर यह संदेश दिया कि यदि हर व्यक्ति सप्ताह में कम से कम एक दिन साइकिल का प्रयोग करे, तो शहर को स्वच्छ, शांत और स्वस्थ बनाया जा सकता है।

Saurabh Negi

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