देहरादून में लगे आधुनिक इमरजेंसी सायरन, आपदा या हमले की स्थिति में तुरंत मिलेगा अलर्ट

देहरादून, 14 जून – राजधानी देहरादून अब आपदा और आपातकालीन हालात में जनता को अलर्ट करने के लिए आधुनिक लांग रेंज इमरजेंसी सायरन सिस्टम से लैस हो रही है। जिलाधिकारी सविन बंसल की पहल पर जिले में पहली बार इतने बड़े स्तर पर यह सिस्टम लागू किया जा रहा है, जिसका शुक्रवार को आपदा कंट्रोल रूम में सफल परीक्षण किया गया। शुरुआत में शहर के घनी आबादी वाले 15 प्रमुख स्थानों जैसे पुलिस थानों और चौकियों पर 8 और 16 किलोमीटर की रेंज वाले सायरन लगाए जा रहे हैं। ये सायरन एक साथ पूरे शहर को चेतावनी देने में सक्षम होंगे। ज़रूरत पड़ने पर इन सायरनों को जिला आपातकालीन केंद्र से भी कंट्रोल किया जा सकेगा।
दूसरे चरण में ये शहर होंगे कवर
डीएम ने बताया कि दूसरे चरण में जिले के अन्य प्रमुख शहरों जैसे ऋषिकेश, विकासनगर और चकराता में भी ऐसे ही आधुनिक सायरन लगाए जाएंगे, ताकि जिला आपदा प्रबंधन की पहुंच हर नागरिक तक सुनिश्चित हो सके।
डीएम बंसल ने बताया कि जल्द ही जिले में रेपिड कम्युनिकेशन सिस्टम भी लगाया जाएगा, जो सेना, अर्धसैनिक बलों, एयरपोर्ट, ISBT, बड़े अस्पतालों और अन्य वायटल यूनिट्स को एक साथ जोड़ देगा। इस सिस्टम से युद्ध जैसी स्थिति में भी एक साथ सभी संस्थाओं को अलर्ट और निर्देश दिए जा सकेंगे।
उन्होंने बताया कि पुराने समय के सायरन आज की आबादी और शहर की भौगोलिक स्थिति के लिहाज से पर्याप्त नहीं थे। इसलिए नई तकनीक के आधार पर आधुनिक सिस्टम को अपनाया गया है। यह सायरन सिस्टम किसी भी आपात स्थिति में लोगों को समय रहते चेतावनी देकर सुरक्षित स्थान पर पहुंचने में मदद करेगा।
क्या है खासियत इन नए सायरनों की?
- 16 किमी और 8 किमी की रेंज
- कंट्रोल जिला स्तर और स्थानीय थाने दोनों से
- तेज़ और स्पष्ट आवाज
- घनी आबादी में भी कारगर
- सिविल डिफेंस को सशक्त बनाने में सहायक
डीएम ने निर्देश दिए कि सायरन उन स्थानों पर लगाए जाएं जहां अवरोधक न हों और उनकी आवाज़ लोगों तक साफ पहुंच सके।
इस अवसर पर एडीएम केके मिश्रा, एसडीएम सदर हरिगिरि, पुलिस सीओ अनिल जोशी और आपदा प्रबंधन अधिकारी ऋषभ सहित कई अधिकारी मौजूद रहे।