देहरादून में पहली बार रायफल फंड से 6 जरूरतमंदों को मिली 1.50 लाख की आर्थिक मदद

देहरादून, 7 — जिलाधिकारी सविन बंसल की पहल पर देहरादून जिले में पहली बार रायफल क्लब फंड का उपयोग असहाय, निर्धन और जरूरतमंद नागरिकों की मदद के लिए किया गया। सोमवार को कलेक्ट्रेट परिसर में आयोजित एक सादे समारोह में 6 महिलाओं को 25-25 हजार रुपये की आर्थिक सहायता चेक के रूप में प्रदान की गई। कुल 1.50 लाख रुपये की यह मदद उन महिलाओं को दी गई जिनके परिवार किसी गंभीर दुर्घटना, बीमारी या आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं।
इस सहायता में जिन लोगों को लाभ मिला, उनमें लकवा पीड़ित आशा देवी, आर्थिक तंगी से जूझ रहीं पूनम ठाकुर, बिरोजनी उनियाल, खष्टी बिष्ट, रेशमी और बबीता शामिल हैं। किसी के पति का एक्सीडेंट हुआ तो किसी के पास बच्चों की स्कूल फीस तक चुकाने का साधन नहीं था। जिलाधिकारी ने न केवल आर्थिक सहायता प्रदान की, बल्कि लकवा पीड़ित महिला आशा देवी को “सारथी वाहन” से स्वयं घर तक पहुंचवाया।
डीएम सविन बंसल ने बताया कि रायफल क्लब फंड दरअसल एक वैकल्पिक स्रोत है, जो शस्त्र लाइसेंस से प्राप्त शुल्क से बनता है। उन्होंने कहा, “शस्त्र लाइसेंस मूलभूत आवश्यकता नहीं, बल्कि एक लग्जरी ट्रांजैक्शन है, इसलिए इस फंड को समाज के जरूरतमंदों के लिए उपयोग करना जनहित में है।” उन्होंने यह भी अपील की कि इस राशि को उपभोग में न लगाकर छोटे व्यवसाय या स्वरोजगार में निवेश करें, ताकि इसका स्थायी लाभ मिल सके।
रायफल फंड से अब तक लगभग ₹9.70 लाख की सहायता जरूरतमंदों को दी जा चुकी है। पूर्व में भी इस फंड से प्रेमनगर की झुग्गी बस्ती में दिव्यांग महिला के लिए बालवाड़ी की मरम्मत, विधवा महिला के बिजली बिल भुगतान, अनाथ बच्ची अदिति के लिए बैंक लोन चुकता करने, स्वरोजगार में मदद और बच्चों के लिए स्कूल वैन खरीदने जैसी सहायता दी गई है।
फंड को और सशक्त बनाने के लिए रायफल क्लब की बैठक 20 वर्षों बाद फिर से आयोजित की गई थी, जिसमें नए शस्त्र लाइसेंस, रिन्यूअल, श्रेणी परिवर्तन, लाइसेंस विस्तार आदि पर शुल्क बढ़ाकर अधिक निधि एकत्र करने का निर्णय लिया गया।
इस अवसर पर उप जिलाधिकारी कुमकुम जोशी, मुख्य प्रशासनिक अधिकारी कपिल कुमार सहित कई अधिकारी उपस्थित रहे। डीएम ने ग्राउंड लेवल पर काम करने वाली टीम की भी प्रशंसा की, जिन्होंने जरूरतमंदों की पहचान कर उन्हें सहायता दिलाने में भूमिका निभाई।