क्या देहरादून में डीजल बसें और विक्रम होंगे बंद? केवल इलेक्ट्रिक और CNG वाहन चलेंगे

देहरादून – राजधानी की बिगड़ती यातायात व्यवस्था और बढ़ते वायु प्रदूषण पर अंकुश लगाने के लिए परिवहन विभाग ने बड़ा कदम उठाया है। नई कार्य-योजना के तहत अब देहरादून शहर में डीजल चालित सिटी बसें और विक्रम पूरी तरह बंद कर दिए जाएंगे। उनकी जगह केवल इलेक्ट्रिक और CNG बसें ही संचालित होंगी। यह योजना सरकार की उत्तराखंड स्वच्छ गतिशीलता परिवर्तन नीति-2024 का हिस्सा है।
सिटी ट्रांसपोर्ट कारपोरेशन का गठन
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर दून में सिटी ट्रांसपोर्ट कारपोरेशन बनाया जा रहा है। इसके अधीन ही सभी यात्री वाहन संचालित होंगे। निगम की अध्यक्ष परिवहन निगम की प्रबंध निदेशक (एमडी) रीना जोशी होंगी, जबकि आरटीओ (प्रशासन) संदीप सैनी और पुलिस अधीक्षक सदस्य रहेंगे। जल्द ही समिति की पहली बैठक बुलाई जाएगी।
बसों की मौजूदा स्थिति
शहर में सिटी बसों के लिए 319 परमिट स्वीकृत हैं।
इन परमिट में से केवल 178 बसें ही वर्तमान में चल रही हैं।
मार्च 2020 (कोरोनाकाल से पहले) तक 279 बसें संचालित थीं।
प्रतिदिन करीब 40 हजार यात्री सिटी बसों से सफर करते हैं।
बसों की हालत खराब होने के कारण पर्यटक इनसे यात्रा करना पसंद नहीं करते।
ट्रांसपोर्टरों को सब्सिडी
इलेक्ट्रिक बसों की कीमत एक करोड़ रुपये से अधिक होने के कारण निजी ट्रांसपोर्टर इनकी खरीद में संकोच कर रहे हैं। इसलिए सरकार ने सब्सिडी योजना शुरू की है।
पुरानी बस बदलने पर 50% सब्सिडी या अधिकतम 15 लाख रुपये की सहायता।
विक्रमों की जगह नई CNG ओमनी बस खरीदने पर साढ़े तीन लाख रुपये की मदद।
अब तक 794 डीजल विक्रमों में से 326 विक्रम बीएस-6 टाटा मैजिक में बदले जा चुके हैं। शेष 468 विक्रमों को CNG ओमनी बस में परिवर्तित किया जाएगा।
न्यायालय में लंबित मामला
परिवहन विभाग ने नवंबर 2022 को आदेश जारी कर दून, ऋषिकेश, विकासनगर और हरिद्वार से डीजल चालित विक्रम और ऑटो को बाहर करने का निर्णय लिया था।
10 साल से पुराने डीजल वाहन 31 मार्च 2023 के बाद नहीं चलने थे।
10 साल से कम पुराने वाहन 31 दिसंबर 2023 तक ही चलने थे।
लेकिन इस आदेश को चुनौती देते हुए विक्रम व ऑटो संचालक उच्च न्यायालय पहुंच गए। फिलहाल मामला विचाराधीन है।
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नए मार्गों पर भी बस सेवा
नई कार्य-योजना के तहत उन सभी इलाकों तक सिटी बस सेवा शुरू होगी, जहां अभी बसें नहीं चल रही हैं। साथ ही दून से हरिद्वार, ऋषिकेश और मसूरी जैसे लोकप्रिय मार्गों पर इलेक्ट्रिक बसों को प्राथमिकता दी जाएगी। केंद्र सरकार की पीएमश्री योजना के अंतर्गत देहरादून को 100 और हरिद्वार को 50 इलेक्ट्रिक बसें मिलने जा रही हैं।