उत्तराखण्ड मुक्त विश्वविद्यालय में स्थापित किया जायेगा – देवभूमि उद्यमिता केन्द्र
उत्तराखण्ड राज्य के युवाओं एवं उद्यमियों को सशक्त व उद्यमी बनाने के लिये उत्तराखण्ड सरकार की देवभूमि उद्यमिता योजना को सफल बनाने के लिये भारतीय उद्यमिता विकास संस्थान, अहमदाबाद के तत्वावधान में, 12 दिसम्बर से 17 दिसम्बर 2023 तक छः दिवसीय फैकल्टी मेंटर डेवलपमेंट प्रोग्राम हुआ, जिसमें उत्तराखण्ड मुक्त विश्वविद्यालय के होटल मैनेजमेंट के प्राध्यापक डाॅ0 सुभाष रमोला द्वारा प्रतिभाग किया गया।
डाॅ0 सुभाष रमोला ने कहा कि देवभूमि उद्यमिता योजना के अन्तर्गत सरकार का लक्ष्य, उद्यमिता, स्टार्ट-अप, कौशल विकास एवं स्वरोजगार हेतु स्थानीय युवाओं व छात्र- छात्राओं को जागरूक एवं प्रोत्साहित करना हैं जिससें उत्तराखण्ड को स्टार्ट-अप फ्रैन्डली डेस्टिनेशन एवं सशक्त राज्य के रूप में विकसित किया जा सके। इसके लिये राज्य सरकार व्यक्ति को स्वरोजगार करने के लिये आवश्यक ऋण उपलब्ध करायेगी ताकि स्थानीय स्तर पर रोजगार उपलब्ध हों और व्यक्ति की आर्थिक स्थिति मे बढोतरी हो सकें। इस योजना के क्रियान्वयन हेतु विश्वविद्यालय में उद्यमिता विकास केन्द्र स्थापित किया जायेगा जिसमें छात्र छात्राओं को उद्यमशील बनाने हेतु बूट कैम्प्स आयोजित करके स्टार्ट-अप आइडिया, वैल्यू-एडिशन, मार्केट रिसर्च एवं कौशल विकास का प्रशिक्षण देकर स्थानीय समुदाय को आत्मनिर्भर एवं स्वावलंबी बनाया जायेगा। उद्यमिता विकास गतिविधियों व मार्गदर्शन के लिए शिक्षक सलाहकार समूह बनाये जायेगें तथा विभिन्न स्टार्टअप प्रदर्शनियों एवं सम्मेलनों का आयोजन किया जायेगा।
उत्तराखण्ड मुक्त वि0वि0 के कुलपति प्रो0 ओ0पी0 एस0 नेगी ने बताया कि यह योजना नई शिक्षा नीति के तहत छात्र- छात्राओं में कौशल विकास करने वाली हैं जो रोजगार के अवसर पैदा करने के साथ साथ राज्य के आर्थिक व सामाजिक विकास को बढावा देगी। हम इसके माध्यम से स्थानीय उद्यमिता को प्रोत्साहित करके राज्य में हो रहे पलायन को रोक सकते हैं।
विश्वविद्यालय परिसर देहरादून के प्रभारी निदेशक डाॅ0 दिनेश कुमार ने कहा कि यह योजना राज्य में रोजगार के नये अवसर खोलने की एक महत्वपूर्ण योजना है। पर्यटन, योग, होम स्टे, आर्युवेद एवं हर्बल उत्पादों आदि को माध्यम बना कर हम स्वरोजगार अपना सकते हैं।