दून विश्वविद्यालय में शुरू होगा हिंदू धर्म अध्ययन, छात्रों को दी जाएगी वेद-वेदांत और विज्ञान की शिक्षा
देहरादून, 9 नवंबर 2024 – बीएचयू और दिल्ली विश्वविद्यालय के बाद अब दून विश्वविद्यालय में भी हिंदू धर्म का अध्ययन करने का अवसर मिलेगा। उत्तराखंड का पहला विश्वविद्यालय बनने जा रहा दून विवि वर्ष 2026 से हिंदू अध्ययन में एमए कोर्स शुरू करेगा। इस कोर्स में छात्रों को हिंदू धर्म के सिद्धांतों के साथ-साथ प्राचीन विज्ञान, पुरातत्व, हिंदू धर्म शास्त्र और परंपराओं की गहन जानकारी दी जाएगी।
पिछले कुछ सालों में विश्वविद्यालय अनुदान आयोग द्वारा हिंदू स्टडीज को पाठ्यक्रम में शामिल करने के बाद से विभिन्न विश्वविद्यालयों ने इस ओर कदम बढ़ाया है। बीएचयू ने सबसे पहले वर्ष 2021 में एमए इन हिंदू स्टडीज की शुरुआत की थी, इसके बाद दिल्ली विश्वविद्यालय ने भी वर्ष 2023 में इसी पाठ्यक्रम को अपनाया।
दून विश्वविद्यालय के सामने सबसे बड़ी चुनौती हिंदू स्टडीज के अनुभवी प्रोफेसर नियुक्त करने की है। वर्तमान में बीएचयू और दिल्ली यूनिवर्सिटी में विशेषज्ञ प्रोफेसर होने के कारण विश्वविद्यालय वहां से प्रशिक्षित स्टाफ बुलाने का प्रयास कर रहा है। फिलहाल, विवि प्रोफेसर की नियुक्ति और प्रवेश की सीटों पर काम कर रहा है।
रामायण, महाभारत, और प्राचीन सैन्य विज्ञान भी पाठ्यक्रम का हिस्सा
हिंदू स्टडीज में रामायण, महाभारत, वेद, वेदांत, कालिदास, आर्य समाज, तुलसीदास और स्वामी विवेकानंद के विचारों के साथ प्राचीन स्थापत्य कला, भूगोल, केमिस्ट्री, शास्त्रीय संगीत, और नाटक की विधा भी पढ़ाई जाएगी। छात्रों को भारत की सांस्कृतिक धरोहरों से गहराई से परिचित कराने के लिए यह कोर्स अत्यधिक महत्वपूर्ण होगा।
दून विवि के कुलपति प्रोफेसर सुरेखा डंगवाल ने कहा कि इस कोर्स के बाद छात्र धर्म उपदेशक, गाइड, प्रोफेसर और हिंदू शोधकर्ता के रूप में काम कर सकेंगे। इसके साथ ही विदेशों में भी युवाओं के लिए रोजगार की संभावनाएं बढ़ जाएंगी।