मुख्यमंत्री ने दिव्यांगजनों को राज्य स्तरीय दक्षता पुरस्कार प्रदान किए, की नई योजनाओं की घोषणा
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने विश्व दिव्यांग दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में 89 दिव्यांगजनों को राज्य स्तरीय दक्षता पुरस्कार से सम्मानित किया। इस दौरान उन्होंने सभी जिलों में स्पेशल कैंप के माध्यम से दिव्यांगजनों को निशुल्क उपकरण उपलब्ध कराने और दिव्यांग विद्यार्थियों के लिए निशुल्क ऑनलाइन आईएएस कोचिंग शुरू करने की घोषणा की।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि दिव्यांगजन अपनी चुनौतियों को अवसर में बदलते हुए समाज को प्रेरित कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार दिव्यांगजनों के लिए हर स्तर पर सुविधाएं बढ़ाने के लिए निरंतर कार्य कर रही है।
इसे भी पढ़ें – मसूरी में ट्रैफिक समस्या का हल: शटल सेवा और सेटेलाइट पार्किंग की तैयारी तेज
मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य में दिव्यांगजनों को विभिन्न श्रेणियों में पांच प्रकार की पेंशन प्रदान की जा रही है। वर्तमान में एक लाख से अधिक दिव्यांगजन प्रतिमाह ₹1500 पेंशन का लाभ उठा रहे हैं। जन्म से दिव्यांग बच्चों के माता-पिता को 18 वर्ष की आयु तक ₹700 प्रतिमाह भरण-पोषण अनुदान दिया जा रहा है। उन्होंने यह भी बताया कि कृत्रिम अंगों और उपकरणों की खरीद के लिए 40% से अधिक दिव्यांगता वाले व्यक्तियों को ₹7000 की सहायता राशि दी जा रही है।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि राज्य में दिव्यांग पुनर्वास केंद्र, दिव्यांग सलाहकार बोर्ड, और न्यायालय आयुक्त की स्थापना जैसे कदम उठाए गए हैं। मानसिक दिव्यांगजनों के लिए विशेष पुनर्वास गृह और “हाफ वे होम” जैसी सेवाएं संचालित की जा रही हैं।
इस अवसर पर विधायकों, सचिवों और अन्य गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति में मुख्यमंत्री ने दिव्यांगजनों के साहस और समर्पण की सराहना करते हुए उन्हें सशक्त और आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रतिबद्धता दोहराई।