देहरादून ISBT में किशोरी से सामूहिक दुष्कर्म: पुलिस ने किया पांच अभियुक्तों को गिरफ्तार

देहरादून ISBT में किशोरी से सामूहिक दुष्कर्म: पुलिस ने किया पांच अभियुक्तों को गिरफ्तार

देहरादून के आईएसबीटी में एक 16 वर्षीय किशोरी के साथ सामूहिक दुष्कर्म का मामला सामने आया है। घटना 13 अगस्त की रात की है, जब किशोरी यूपी रोडवेज की बस से मुरादाबाद से देहरादून आईएसबीटी पहुंची थी।

घटना का खुलासा 17 अगस्त 2024 को हुआ, जब बाल कल्याण समिति देहरादून की सदस्य प्रतिभा जोशी ने थाना पटेल नगर में एक लिखित तहरीर दी। तहरीर में बताया गया कि 12-13 अगस्त की रात को चाइल्ड लाइन की टीम ने आईएसबीटी से पंजाब निवासी एक नाबालिग युवती को रेस्क्यू कर बाल कल्याण समिति के समक्ष पेश किया था। समिति ने सुरक्षा की दृष्टि से उसे राजकीय बालिका निकेतन में रखा था, जहां उसकी काउंसलिंग के दौरान उसने बताया कि 12 अगस्त की रात को आईएसबीटी में कुछ अज्ञात व्यक्तियों ने उसके साथ दुष्कर्म किया।

तहरीर के आधार पर थाना पटेल नगर में मुकदमा दर्ज कर लिया गया। मामले की जांच और अनावरण के लिए एसएसपी देहरादून ने एक विशेष पुलिस बल का गठन किया और स्वयं पीड़ित नाबालिग से मिलकर घटना की जानकारी ली। साथ ही, अन्य संबंधित विभागों से समन्वय स्थापित कर वैज्ञानिक तरीकों से साक्ष्य संकलन की कार्रवाई की गई। एसएसपी देहरादून ने स्वयं घटनास्थल का निरीक्षण कर फॉरेंसिक टीम के साथ साक्ष्य एकत्रित कराए और पुलिस टीम को दिशा-निर्देश दिए।

dehradun isbt rape case busदेहरादून के आईएसबीटी में 16 वर्षीय किशोरी से सामूहिक दुष्कर्म की घटना का पुलिस ने आज (18 अगस्त 2024) अनावरण करते हुए पांच अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया है। इस मामले में पुलिस ने घटना में प्रयुक्त उत्तराखंड परिवहन निगम की बस को भी जब्त कर लिया है। फॉरेंसिक टीम ने बस से आवश्यक साक्ष्य एकत्रित किए हैं।

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प्रारंभिक विवेचना में पुलिस को जानकारी मिली कि 12-13 अगस्त की रात को नाबालिग बालिका आईएसबीटी में प्लेटफार्म नंबर 12 की बेंच पर बैठी थी। इस दौरान, एक गार्ड ने चाइल्ड लाइन डेस्क को सूचित किया। चाइल्ड लाइन टीम ने मौके पर जाकर बालिका से बात की, लेकिन उस समय वह सामान्य प्रतीत हो रही थी और अपने बारे में अधिक जानकारी नहीं दे पाई। उसने बताया कि उसके माता-पिता नहीं हैं। चूंकि बालिका उस समय सामान्य स्थिति में थी और किसी प्रकार का संदेह नहीं हुआ, इसलिए चाइल्ड लाइन ने उसे बाल कल्याण गृह भेज दिया। बाल कल्याण गृह में उसका सामान्य मेडिकल परीक्षण किया गया और काउंसलिंग की गई, जिसके बाद घटना की जानकारी सामने आई।

लेकिन और जांच करने पर पुलिस को पता चला कि नाबालिग बालिका के माता-पिता जीवित हैं और उसने पहले भी कई बार घर से बिना बताए भागने की कोशिश की थी। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर घटना में प्रयुक्त बस और पांच संदिग्धों को गिरफ्तार किया। अभियुक्तों के नाम और पते इस प्रकार हैं:

  1. धर्मेंद्र कुमार, 32 वर्ष, निवासी बंजारावाला ग्रांट, हरिद्वार (बस चालक)
  2. देवेंद्र, 52 वर्ष, निवासी चूडियाला, भगवानपुर, हरिद्वार (बस परिचालक)
  3. रवि कुमार, 34 वर्ष, निवासी ग्राम सिला, फर्रुखाबाद (अन्य बस चालक)
  4. राजपाल, 57 वर्ष, निवासी बंजारावाला ग्रांट, हरिद्वार (अन्य बस चालक)
  5. राजेश कुमार सोनकर, 38 वर्ष, निवासी माजरा, पटेलनगर (कैशियर रोडवेज)

अभियुक्तों की पूछताछ के दौरान, देवेंद्र ने बताया कि वह किशोरी से दिल्ली कश्मीरी गेट स्टेशन पर मिला था, जहां उसने उसे देहरादून चलने का सुझाव दिया और बाद में उसे पंजाब भेजने का वादा किया। देहरादून पहुंचने के बाद, बस से सभी सवारियों के उतरने के बाद, देवेंद्र और बस चालक धर्मेंद्र ने किशोरी के साथ दुष्कर्म किया। इसके बाद, पास की अन्य बसों के चालक राजपाल और रवि कुमार ने भी किशोरी के साथ दुष्कर्म किया। अंत में, कैशियर राजेश सोनकर ने भी बस में किशोरी के साथ दुष्कर्म किया।

पुलिस ने सभी पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और मामले की गहन जांच जारी है।

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