चमोली में अलकनंदा में समा गया गोविंदघाट पुल, एक व्यक्ति की मौत और हेमकुंड साहिब यात्रा पर संकट

चमोली के गोविंदघाट में बुधवार सुबह भूस्खलन के चलते अलकनंदा नदी पर बना सस्पेंशन ब्रिज ध्वस्त हो गया। इस हादसे में 34 वर्षीय कारपेंटर जोगिंदर शर्मा की मौत हो गई, जबकि हेमकुंड साहिब और फूलों की घाटी का संपर्क पूरी तरह से कट गया है। 25 मई से शुरू होने वाली हेमकुंड यात्रा को देखते हुए प्रशासन के सामने पुल का निर्माण बड़ी चुनौती बन गया है।
बुधवार सुबह करीब 10:15 बजे गोविंदघाट के सामने पहाड़ी से भारी भरकम चट्टानें गिर गईं, जो अलकनंदा नदी पर बने सस्पेंशन ब्रिज पर जा टकराईं। कुछ ही पलों में पुल का पुलना की ओर का हिस्सा नदी में समा गया, जबकि गोविंदघाट की ओर का हिस्सा तिरछा होकर लटक गया। गनीमत रही कि हादसे के समय पुल पर कोई वाहन नहीं था।
जिलाधिकारी डॉ. संदीप तिवारी ने बताया कि लोनिवि को जल्द से जल्द वैकल्पिक मार्ग तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं। विभाग की टीम ने घटनास्थल का निरीक्षण कर अस्थायी पुल निर्माण का काम शुरू कर दिया है। स्थायी समाधान के लिए 110 मीटर स्पान के वैली ब्रिज की आवश्यकता बताई गई है, जिसका प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है। गोविंदघाट गुरुद्वारा के वरिष्ठ प्रबंधक सरदार सेवा सिंह ने कहा कि 2015 में बना यह पुल फिर से टूट गया है, जिससे यात्रा संचालन मुश्किल हो जाएगा। उन्होंने प्रशासन से जल्द नया पुल बनाने की मांग की, ताकि श्रद्धालुओं और स्थानीय लोगों को असुविधा न हो।
हेमकुंड यात्रा प्रभावित होने की आशंका
हेमकुंड साहिब की यात्रा हर साल मई के अंत में शुरू होती है। यात्रा के दौरान हजारों श्रद्धालु गोविंदघाट होते हुए हेमकुंड साहिब और फूलों की घाटी पहुंचते हैं। पुल के टूटने से पुलना तक वाहन से जाने वाले यात्रियों को अब गोविंदघाट से ही पैदल सफर तय करना पड़ेगा। ऐसे में यात्रा शुरू होने से पहले पुल का निर्माण प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती बन गया है।
गोविंदघाट गुरुद्वारा के वरिष्ठ प्रबंधक सरदार सेवा सिंह ने बताया कि यह पुल 2015 में बनाया गया था और हेमकुंड साहिब यात्रा के लिए बेहद महत्वपूर्ण था। हेमकुंड यात्रा शुरू होने में अब करीब 80 दिन शेष हैं। प्रशासन को 20 मई तक पुल तैयार करना होगा, ताकि यात्रा में कोई बाधा न आए। जिलाधिकारी ने लोनिवि के अधीक्षण अभियंता को समाधान का प्लान तैयार करने के निर्देश दिए हैं। उम्मीद जताई जा रही है कि यात्रा से पहले वैकल्पिक पुल बनकर तैयार हो जाएगा।