ग्राफिक एरा में गुगल के सहयोग से कार्यशाला पत्रकारों ने सीखे फेक न्यूज पहचानने के गुर

ग्राफिक एरा में गुगल के सहयोग से कार्यशाला पत्रकारों ने सीखे फेक न्यूज पहचानने के गुर

देहरादून, 30 मार्च। लोकसभा चुनाव के मद्देनजर पत्रकारों और पत्रकारिता के शिक्षकों को फेक न्यूज को पहचान के गुर सिखाए गए। ग्राफिक एरा पर्वतीय विश्वविद्यालय में आज गुगल इण्टरन्यूज और डेटा हेड्स के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित कार्यशाला में इसके लिये खास ट्रेनिंग दी गई।

कार्यशाला आनॅलाईन वेरिफिकेशन, तथ्य जांच, पत्रकार, डिजिटल सुरक्षा और चुनाव कवरेज के लिये यूट्यूब का उपयोग करने और चुनाव के लिये डेटा विजुलाइजेशन पर अधारित थी। कार्यशाला को संबोधित करते हुए गुगल न्यूज इन्ट्रीटेªटिव की ट्रेनर रामा सोलांकी ने बताया कि फर्जी खबर किस उद्देश्य से बनाई जाती है, किनके द्वारा बनाई जाती है और किस तरह से वाइरल होती है। उन्होंने कहा कि आज के डिजिटल युग मे हर व्यक्ति खुद में एक पत्रकार है और ये सबकी नैतिक जिम्मेदारी बनती है कि फर्जी खबरों का प्रचार-प्रसार करने से बचें।

उन्होंने बताया कि मॉब लिंचिग के बढ़ते मामलों की रोकथाम के लिये फर्जी खबरों का सत्यापन करना अनिवार्य हो गया है। उन्हांेने पत्रकारों से आह्वान किया कि वे फ्री वाई-फाई के इस्तेमाल से बचें और अपने नेटवर्क को सुरक्षित रखने के लिए जटिल पासवर्ड का प्रयोग करें। साथ ही उन्होंने प्रतिभागियों से विभिन्न ऑनलाइन एक्टिविटिस द्वारा फर्जी खबरों की पहचान करना सिखाया।

डेटा लिड्स के डिप्टी एडिटर वर्धराजन अनन्त कृष्ण ने पत्रकारों से कहा कि रिकार्डेट विडियो के साथ-साथ लाइव स्ट्रिमिंग का प्रयोग अधिक करने से खबरों की विश्वसनियता बढ़ाई जा सकती है। उन्हांेने जानकारी दी कि भारत में यूट्यूब सब्सक्राईबर्स शहरों की उपेक्षा गांव में ज्यादा है और इसीलिए डिजिटल लिटरेसी आज के समय की मांग है।

गुगल इनिशिएटिव की ट्रेनर ताहा सिद्धकी ने फर्जी खबरों को जांचने के लिए रिवर्स ईमेज सर्च टूल प्रोटिप जैसे विभिनन टूलों की विस्तार से जानकारी दी। उन्हांेने बताया कि वर्तमान समय में सबसे ज्यादा छेड़-छाड़ चित्रों के साथ की जाती है ऐसे में किसी की छवी को खराब करना आसान बात हो गई है। इसलिए यह जरूरी है कि वास्तविक चित्र की पहचान की जा सके।

ग्राफिक एरा हिल यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो. (डा.) संजय जसोला ने गुगल न्यूज इनिशिएटिव और सभी पत्रकारों को धन्यवाद दिया और कहा कि इण्टरनेट जैसी तकनीक का सही प्रयोग तभी हो सकता है जब हर व्यक्ति सही और सटीक खबर की पहचान कर सके और गुगल न्यूज इनिशिएटिव की इस पहल की सराहना की।

इस मौके पर सूचना विभाग के वरिष्ठ अधिकारी और पत्रकार मौजूद रहे। कार्यक्रम में जनसंचार विभाग की शिक्षिका शिखा त्यागी ने धन्यवाद ज्ञापन दिया। कार्यक्रम में हिमानी बिन्जोला, विक्रम रौतेला, शिवानी पंत, विपुल तिवारी, संदीप भट्ट और इंसाफ खान आदि मौजूद रहे।

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