अपनी भाजपा सरकार के फैसले का ही विरोध कर रहे भाजपा नेता

हरिद्वार, 27 अगस्त – हरिद्वार के जगजीतपुर स्थित राजकीय मेडिकल कॉलेज को सरकर के प्राइवेट पब्लिक पार्टनरशिप (पीपीपी) मोड में देने के सरकारी फैसले का विरोध अब भाजपा के अपने ही नेताओं ने भी शुरू कर दिया है। कल (मंगलवार) को रानीपुर विधायक आदेश चौहान और हरिद्वार नगर निगम की महापौर किरण जैसल ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मुलाकात कर कॉलेज को राज्य सरकार द्वारा संचालित करने की मांग रखी।
जनप्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री को पत्र सौंपकर कहा कि मेडिकल कॉलेज केंद्र और राज्य सरकार के सहयोग से बनाया गया है और नगर निगम ने इसके लिए निशुल्क भूमि उपलब्ध कराई। ऐसे में इसे निजी हाथों में देना आमजन की भावनाओं के खिलाफ होगा। उन्होंने चेतावनी दी कि कॉलेज निजी क्षेत्र को देने से एमबीबीएस की पढ़ाई महंगी हो जाएगी और स्वास्थ्य सेवाएं भी आम जनता की पहुंच से दूर होंगी।
जनवरी 2025 में उत्तराखंड सरकार ने मेडिकल कॉलेज को पीपीपी मोड में देने का निर्णय लिया था। इसके बाद से छात्र संगठनों, कांग्रेस और सामाजिक संगठनों ने इसका विरोध किया, लेकिन अब ruling पार्टी के स्थानीय प्रतिनिधि भी खुले विरोध में सामने आ गए हैं।
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मुख्यमंत्री धामी ने दोनों नेताओं की बात को गंभीरता से सुना और आश्वासन दिया कि अभी तक कॉलेज को पीपीपी मोड में देने पर अंतिम निर्णय नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि जनता और जनप्रतिनिधियों की भावनाओं को देखते हुए इस पर विचार किया जाएगा।