हेंवल नदी के उफान से चंबा-ऋषिकेश हाईवे बहा, आमसेरा में मकान-दुकानें नदी में समाये, जलापूर्ति ठप

चंबा में लगातार हो रही भारी वर्षा ने तबाही मचा दी है। हेंवल नदी के उफान के कारण नागणी के तिमलीसेरा के पास चंबा-ऋषिकेश राष्ट्रीय राजमार्ग का एक बड़ा हिस्सा नदी में बह गया। साथ ही तिमलीसेरा गांव को जोड़ने वाली पुलिया भी ढह गई, जिससे ग्रामीण पूरी तरह से सड़क संपर्क से कट गए। स्थिति को देखते हुए ग्रामीणों ने बुधवार को अपने स्तर पर लोहे के पाइप डालकर अस्थायी रास्ता बनाया, ताकि राशन और अन्य जरूरी सामान गांव तक पहुंचाया जा सके।
नदी के तेज बहाव और कटाव से क्षेत्र में भारी नुकसान हुआ है। आमसेरा गांव में मान सिंह, दीवान सिंह, धन सिंह और बादल सिंह का 14 कमरों का मकान और “अपनी रसोई” नामक ढाबा नदी की भेंट चढ़ गए। इसके साथ ही रजनी देवी का तीन कमरों का मकान भी बह गया। इन घटनाओं से प्रभावित परिवारों के सामने अब गंभीर संकट खड़ा हो गया है।
हेंवल नदी की तबाही यहीं नहीं रुकी। नागणी पंपिंग योजना का फिल्टर और पाइप भी नदी में बह गए, जिससे चंबा नगर पालिका क्षेत्र में पेयजल आपूर्ति पूरी तरह बाधित हो गई। जल संस्थान के जेई अरविंद सजवाण ने बताया कि प्रभावित क्षेत्रों में टैंकरों के माध्यम से पानी की आपूर्ति की जा रही है, लेकिन इससे लोगों की समस्या पूरी तरह हल नहीं हो पा रही है।
ऋषिकेश-चंबा राष्ट्रीय राजमार्ग भी भिन्नू समेत कई स्थानों पर वाशआउट और मलबे से प्रभावित है। लगातार तीसरे दिन यातायात बंद होने से लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। दूध, सब्जी, अखबार और अन्य दैनिक जरूरत की वस्तुओं की आपूर्ति ठप हो गई है। मजबूरी में लोगों को देवप्रयाग-गजा-चंबा मार्ग से आवागमन करना पड़ रहा है, जिससे यात्रा में अतिरिक्त समय और कठिनाई झेलनी पड़ रही है।
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स्थानीय लोग और व्यापारी प्रशासन से जल्द राहत और वैकल्पिक व्यवस्था की मांग कर रहे हैं। बारिश का दौर जारी रहने के कारण हालात और बिगड़ने की आशंका जताई जा रही है।