ड्रोन से होगा बस्तियों का सर्वे, हाउस टैक्स निर्धारण के लिए निगम के पास होगी असल तस्वीर
राजधानी में एक के बाद एक बस रहीं मलिन बस्तियों की असल तस्वीर अब नगर निगम के पास होगी। इसके लिए निगम प्रशासन बस्तियों का ड्रोन से सर्वे कराने जा रहा है। इस काम के लिए सूचना प्रौद्योगिकी विकास एजेंसी (आईटीडीए) से सहयोग मांगा गया है।
वर्तमान में नगर निगम क्षेत्र में 129 बस्तियां पंजीकृत हैं। इनमें करीब 40 हजार भवन ऐसे थे जिनसे वर्ष 2017 में नगर निगम ने हाउस टैक्स लिया था। लेकिन, इन बस्तियों में सैकड़ों अवैध निर्माण और कब्जे हो चुके हैं। इसका निगम के पास कोई डाटा नहीं है। इसके अलावा भी दून में नदी-नालों के किनारे दर्जनों बस्तियां बस चुकी हैं और बसना जारी है। इनका भी नगर निगम के पास कोई लेखाजोखा नहीं है। अब नगर निगम ने बस्तियों से भी हाउस टैक्स वसूलने का निर्णय लिया है। इसलिए ड्रोन के माध्यम से इनका सर्वे कराने का निर्णय लिया गया है। हाल ही में नगर आयुक्त मनुज गोयल के लिए इसके लिए आईटीडीए के अधिकारियों के साथ बैठक की थी। बैठक में उन्होंने आईटीडीए से बस्तियों के सर्वे में सहयोग मांगा है।
आईटीडीए पूरे शहर का ड्रोन से नक्शा तैयार कर रहा है। ऐसे में नगर निगम की सीमा में स्थित बस्तियों का भी अलग से ड्रोन सर्वे करने के लिए सहयोग मांगा गया है। इससे बस्तियों की असल तस्वीर सामने आएगी और गृहकर निर्धारण में आसानी होगी। -मनुज गोयल, नगर आयुक्त