चमोली में मुस्लिम युवक ने नाबालिग से की छेड़छाड़ पर भड़के लोग, मुस्लिम दुकानों में तोड़फोड़

चमोली में मुस्लिम युवक ने नाबालिग से की छेड़छाड़ पर भड़के लोग, मुस्लिम दुकानों में तोड़फोड़

उत्तराखंड के चमोली जिले के नंदानगर में एक शर्मनाक घटना ने लोगों में आक्रोश पैदा कर दिया है। एक मुस्लिम युवक, जो सैलून का काम करता है, पर नाबालिग लड़की से छेड़छाड़ का आरोप लगा है। लड़की ने यह घटना अपने परिजनों को बताई, जिसके बाद उसके पिता ने नंदानगर थाने में आरोपित के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। बताया जा रहा है कि घटना के बाद से आरोपी युवक दुकान बंद करके फरार है।

गुस्साए लोगों का विरोध प्रदर्शन, मुस्लिम दुकानों पर हमला

किशोरी से छेड़छाड़ की घटना ने स्थानीय निवासियों को भड़का दिया। नाराज लोगों ने नगर में जुलूस निकालकर आरोपी की दुकान सहित अन्य मुस्लिम दुकानों में तोड़फोड़ की और सामान को बाहर फेंक दिया। इस दौरान नगर में तनाव का माहौल बन गया, जिसे देखते हुए पुलिस अधीक्षक सहित भारी पुलिस बल को तैनात किया गया है। घटना के विरोध में बाजार बंद कर जुलूस निकाला गया और मुस्लिम समुदाय की दुकानों को निशाना बनाया गया। पुलिस अधीक्षक ने मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया और मामले में कार्रवाई का आश्वासन दिया।

प्रदर्शन के दौरान एडवोकेट श्रवण सती ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि उत्तराखंड में महिलाओं पर अत्याचार की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं और सरकार इन्हें रोकने में नाकाम साबित हो रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा के राज में महिलाओं के खिलाफ अपराधों में बढ़ोतरी हुई है और सरकार दोषियों को बचाने में लगी है।

प्रशासन से न्याय की मांग

स्थानीय लोगों का आरोप है कि उत्तराखंड में महिलाओं और बच्चियों की सुरक्षा को लेकर प्रशासन गंभीर नहीं है। चमोली की घटना ने फिर से सवाल खड़े कर दिए हैं कि कब तक मासूम लड़कियां इस तरह के अपराधों का शिकार होती रहेंगी। जनता ने प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग की है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं पर रोक लग सके।

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सार्वजनिक सुरक्षा पर सवाल

इस घटना ने एक बार फिर से उत्तराखंड में सार्वजनिक सुरक्षा और महिला सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंताएं खड़ी कर दी हैं। जनता प्रशासन से अपेक्षा कर रही है कि दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर सख्त सजा दी जाए। स्थानीय लोगों का कहना है कि महिलाओं की सुरक्षा पर प्रशासन को और अधिक गंभीर कदम उठाने होंगे, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।

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