आईटीडीए में भर्ती घोटाला: दो कर्मचारियों को किया बाहर

आईटीडीए में भर्ती घोटाला: दो कर्मचारियों को किया बाहर

सूचना प्रौद्योगिकी विकास एजेंसी (आईटीडीए) में विशेषज्ञों की भर्ती प्रक्रिया में बड़ा घोटाला उजागर हुआ है। दो कर्मचारियों को निकाल दिया गया है, जबकि कुछ विवादित कर्मी अभी भी सेवा में बने हुए हैं। राम उनियाल, जो आईटीडीए में डीजीएम के पद पर नियुक्त हैं, मूल रूप से आईटीआई के शिक्षक हैं। उनके चयन में कागजों में हेरफेर कर उनकी योग्यता एमटेक कंप्यूटर साइंस दर्ज की गई, जबकि पद के लिए बीटेक आईटी या इलेक्ट्रॉनिक्स की आवश्यकता थी।

वरिष्ठ कार्यकारी अधिकारी नवनीत शौनक की नियुक्ति पर भी सवाल उठ रहे हैं। इस पद के लिए पांच साल के डाटा सेंटर अनुभव की जरूरत थी, जो उनके पास नहीं था। विवाद के बावजूद, अब तक उन पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है।

इसे भी पढ़ें – उत्तराखंड में खाद्य सुरक्षा पर सख्त एसओपी जारी, दोषियों पर 25 हजार से 1 लाख तक जुर्माना

मीनू पाठक और प्रदीप कोठियाल का चयन भी संदिग्ध रहा। विवाद के बाद, दोनों ने इस्तीफा दे दिया। मामले में आईटीडीए की निदेशक नितिका खंडेलवाल ने बताया कि राम उनियाल प्रतिनियुक्ति पर और नवनीत शौनक अभी कार्यरत हैं, जबकि मीनू पाठक और प्रदीप कोठियाल अब एजेंसी में नहीं हैं।

admin

Leave a Reply

Share