मैं IG का भतीजा हूं, अभी सस्पेंड करा दूंगा, उत्तराखंड में ताकतवर रिश्ते कानून से ऊपर?

अल्मोड़ा, 14 जून – उत्तराखंड के प्रसिद्ध जागेश्वर धाम में गुरुवार सुबह एक युवक द्वारा खुलेआम कानून-व्यवस्था की धज्जियां उड़ाई गईं। खुद को आईजी का भतीजा बताकर उसने पुलिस और पीएसी जवानों से न सिर्फ बदसलूकी की बल्कि पार्किंग व्यवस्था का विरोध करते हुए वर्दी पर हाथ डालने तक की कोशिश की। सवाल यह है कि क्या प्रभावशाली रिश्ते अब नियमों से ऊपर हो गए हैं? घटना आरतोला बैरियर पर उस समय घटी जब युवक अपनी ताई, मां और बुआ के साथ तेज रफ्तार कार में जागेश्वर की ओर जा रहा था। नियमानुसार पुलिस ने उसे आरतोला में पार्किंग के लिए रोका, लेकिन युवक ने नियम मानने से इनकार कर दिया। उसने पुलिस और पीएसी जवानों को धमकाते हुए कहा, “मैं आईजी का भतीजा हूं, अभी सस्पेंड करा दूंगा।” इसके बाद उसने जवानों से धक्का-मुक्की, गालीगलौज और वर्दी पकड़ने तक की कोशिश की।
इसे भी पढ़ें – देहरादून: पांवटा रोड पर टैक्सी-बाइक की टक्कर में युवक की मौत, बच्चा गंभीर घायल
चौकी प्रभारी बीजी गोस्वामी ने बताया कि युवक को समझाकर छोड़ दिया गया और वाहन पार्किंग में लगवाया गया। लेकिन यह “समझाना” एक बड़ा सवाल खड़ा करता है — क्या ऐसे गंभीर व्यवहार पर महज़ समझाना ही काफी है? क्योंकि आज इस व्यहवार पर सजा न मिली तो यह व्यवहार फिर से दिखेगा।
सीओ गोपाल दत्त जोशी ने बयान दिया कि भीड़भाड़ और श्रद्धालुओं की संख्या को देखते हुए लोगों से सहयोग की अपील की जाती है। लेकिन जब कानून लागू कराने वाली व्यवस्था को खुलेआम धमकाया जाए और उस पर कोई ठोस कार्रवाई न हो, तो ये अपीलें कितनी असरदार रह जाती हैं?
उत्तराखंड में पर्यटन स्थलों पर कानून-व्यवस्था बनाए रखने की जिम्मेदारी पुलिस पर है, लेकिन अगर कानून का सम्मान करने की जगह ‘सिफारिशी ताकत’ को हथियार बनाया जाएगा, तो सिस्टम को कमजोर करने वाले ऐसे उदाहरण और भी बढ़ेंगे। यह मामला केवल जागेश्वर की शांति भंग करने का नहीं, बल्कि कानून की गरिमा पर खुली चुनौती का है।
आपकी इस पर क्या राय है, हमें जरूर बताएं।