प्रकरण का वीडियो वायरल होने पर मामला लखनऊ-दिल्ली तक गूंजा। डीजी समेत तमाम अधिकारियों ने आरोपित इंस्पेक्टर के खिलाफ कार्रवाई का आदेश दिया। सीओ जीआरपी सहारनपुर की जांच के बाद आरोपित इंस्पेक्टर व एक सिपाही को निलंबित कर दिया गया है। विभागीय जांच कर अन्य आरोपितों की शिनाख्त की जा रही है।
शामली में मंगलवार रात धीमानपुरा फाटक के पास दिल्ली से आ रही मालगाडी के दो डिब्बे व गार्ड का डिब्बा पटरी से उतर गए थे, जिससे दो सौ मीटर रेलवे ट्रैक पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया। घटना की सूचना मिलते ही मीडियाकर्मी भी कवरेज के लिए पहुंचे। रेलवे ट्रैक से मालगाड़ी उतरने की खबर की कवरेज कर रहे एक टीवी चैनल के पत्रकार अमित शर्मा से जीआरपी इंस्पेक्टर राकेश बहादुर सिंह, आधा दर्जन सिपाहियों ने अभद्रता शुरू कर दी। उसके मोबाइल व कैमरे में हाथ मारकर तोड़ दिया।
पत्रकार ने इसका विरोध किया तो उसका मोबाइल छीन लिया और बेरहमी से पिटाई शुरू कर दी। जीआरपी एसओ की मौजूदगी में एक सिपाही पिटाई करता रहा। इसके बाद ट्रैक से थाने तक पत्रकार को पीटकर जीआरपी थाने लाया गया। पत्रकार का आरोप है कि उसके मुंह पर इंस्पेक्टर व सिपाहियों ने पेशाब किया और हवालात में बंद कर दिया। सूचना पर तमाम पत्रकार जीआरपी थाने पहुंच गए। जीआरपी ने पत्रकार को छोड़ने से मना कर दिया। पत्रकार की पिटाई का वीडियो वायरल होते ही पुलिस के उच्चाधिकारियों को ट्वीट किए गए।
सुबह करीब पांच बजे तक सिलसिला चलता रहा। इसके बाद एसपी रेलवे मुरादाबाद ने घटना का संज्ञान लेते हुए पुलिस उपाधीक्षक जीआरपी सहारनपुर रामलखन मिश्र से जांच कराई। रिपोर्ट के आधार पर एसपी जीआरपी ने इंस्पेक्टर राकेश कुमार व सिपाही संजय पंवार को निलंबित कर दिया। पत्रकार थाने के बाहर धरना देकर आरोपित इंस्पेक्टर व पुलिसकर्मियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं।