मैं भीख में आजादी वाले कंगना रनौत के बयान से सहमत हूं: विक्रम गोखले

मैं भीख में आजादी वाले कंगना रनौत के बयान से सहमत हूं: विक्रम गोखले

बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनोट का विवादों से चोली दामन जैसा साथ रहा है। कंगना अपने बयानों की वजह से अक्सर किसी न किसी विवाद में फंस जाती हैं। कंगना बॉलीवुड के उन सेलेब्स में से एक हैं जो किसी से भी पंगा लेने से पीछे नहीं हटतीं। लेकिन इस बार कंगना ने सीधे देश की आजादी पर सवाल ख़ड़ा कर दिया है जिसके बाद एक्ट्रेस के खिलाफ देश के अलग-अलग हिस्सों में आक्रोश देखा जा रहा है। इतना ही नहीं कंगना के खिलाफ लुधियाना, उदयपुर समेत कई जगहों पर एफआईआर भी दर्ज करवाई गई है।

कंगना के इस बयान की काफी अलोचना की जा रही है, पर इसी बीच बॉलीवुड के एक सीनियर एक्टर ने एक्ट्रेस का सपोर्ट किया है। फिल्म अभिनेता विक्रम गोखले ने कंगना के बयान पर सहमती जताते हुए कहा कि वो सही कह रही हैं, हमें आज़ादी भीख में ही मिली है। न्यूज़ एजेंसी एएनआई को दिए बयान के मुताबिक एक्टर ने कहा, ‘कंगना रनोट ने जो भी कहा मैं उनके बयान से सहमत हूं। हमें आज़ादी भीख में ही मिली है। कई स्वतंत्रता सेनानियों को फांसी दी गई और उस समय के बड़े-बड़े लोगों ने उन्हें बचाने का प्रयास नहीं किया। वे केवल मूकदर्शक बने रहे’। आपको बता दें कि कंगन ने कुछ दिन पहले एक इवेंट में कहा था कि ‘1947 में देश को जो स्वतंत्रता मिली थी वह ‘भीख’ में मिली थी। असली आजादी तो 2014 में मिली, जब नरेंद्र मोदी सरकार सत्ता में आई है’।

कंगना ने कहा लौटा दूंगी ‘पद्मश्री’

कंगना रनोट ने अब इस विवाद पर अपने इंस्टाग्राम स्टोरी पर प्रतिक्रिया दी है। कंगना ने साफ कहा कि वो माफी मांगने और पद्मश्री वापस करने को तैयार हैं अगर उन्हें गलत साबित कर दिया जाए तो। कंगना ने एक किताब का एक अंश शेयर किया और लिखा, ‘सब कुछ बहुत स्पष्ट रूप से उसी इंटरव्यू में 1857 में उल्लेख किया गया है, स्वतंत्रता के लिए पहली सामूहिक लड़ाई… सुभाष चंद्र बोस, रानी लक्ष्मीबाई और वीर जैसे महान लोगों के बलिदान के साथ। सावरकर जी। 1857 मुझे पता है, लेकिन 1947 में कौन सा युद्ध हुआ था, मुझे पता नहीं है, अगर कोई मेरी जागरूकता बढ़ा सकता है तो मैं अपना पद्मश्री वापस दूंगी और माफी भी मांग लूंगी … कृपया इसमें मेरी मदद करें।’

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