कांवड़ मेला 2025: डीजीपी दीपम सेठ ने दिए सख्त निर्देश, हर स्तर पर होगी सुरक्षा और समन्वय की निगरानी

उत्तराखंड – उत्तराखंड में श्रावण मास कांवड़ मेला 2025 की तैयारियों को लेकर राज्य पुलिस ने पूरी तरह से कमर कस ली है। मंगलवार को पटेल भवन सभागार, देहरादून में डीजीपी दीपम सेठ की अध्यक्षता में एक पुलिस गोष्ठी आयोजित की गई, जिसमें पुलिस मुख्यालय और जिलों के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मौजूद रहे। डीजीपी ने स्पष्ट किया कि कांवड़ मेला जैसे विशाल धार्मिक आयोजन को पूर्ण शांति, सुरक्षा और अनुशासन के साथ सम्पन्न कराना उत्तराखंड पुलिस की सर्वोच्च प्राथमिकता है।
सुरक्षा के लिए ये दिशा-निर्देश तय किए गए :
1. संवेदनशील क्षेत्रों में विशेष सुरक्षा:
कांवड़ रूट के संवेदनशील, अतिसंवेदनशील और अति-भीड़ वाले क्षेत्रों को चिह्नित कर वहां अनुभवी पुलिस बल, महिला पुलिस, रिजर्व टीमें, ATS, बम डिस्पोजल यूनिट और खुफिया एजेंसियों की तैनाती के निर्देश दिए गए। भीड़ नियंत्रण के लिए प्रशिक्षित बल लगाए जाएंगे।
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2. यातायात और डायवर्जन प्लान:
कांवड़ रूट, वैकल्पिक मार्गों, पार्किंग स्थलों, डाक और पदयात्री मार्गों के लिए विस्तृत ट्रैफिक प्लान तैयार कर उसका सीमावर्ती राज्यों तक प्रचार-प्रसार करने को कहा गया है। फ्लैक्स, होर्डिंग और सोशल मीडिया के माध्यम से जानकारी दी जाएगी। भारी वाहनों के लिए डायवर्जन व्यवस्था भी लागू की जाएगी।
3. तकनीकी निगरानी और कम्युनिकेशन:
सभी प्रमुख स्थानों पर CCTV कैमरे, ड्रोन और बॉडी वॉर्न कैमरे से 24×7 निगरानी सुनिश्चित की जाएगी। सोशल मीडिया मॉनिटरिंग सेल को सक्रिय कर फर्जी खबरों और अफवाहों पर तत्काल कार्रवाई के निर्देश हैं। कंट्रोल रूम में क्विक रिस्पॉन्स टीम (QRT) निरंतर एक्टिव रहेगी।
4. श्रद्धालुओं के लिए मूलभूत सुविधाएं:
पेयजल, चिकित्सा, मोबाइल टॉयलेट, विश्राम स्थल, रात्रि शिविर की व्यवस्था स्थानीय प्रशासन के सहयोग से सुनिश्चित की जाएगी। इन स्थलों पर ठहरने वाले सभी श्रद्धालुओं का सत्यापन अनिवार्य होगा। भीड़ की स्थिति में हरिद्वार के अतिरिक्त घाटों को प्रचारित करने पर भी बल दिया गया।
5. अंतरराज्यीय समन्वय और आपदा प्रबंधन:
सीमावर्ती राज्यों और जिलों के पुलिस अधिकारियों के साथ समन्वय बैठकें कर इंटेलिजेंस इनपुट्स पर त्वरित प्रतिक्रिया के लिए SOP लागू करने को कहा गया है। ड्रेस रिहर्सल, मॉक ड्रिल और आपदा प्रबंधन टीमों की पूर्व तैनाती की जाएगी।
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6. कानून व्यवस्था और शांति बनाए रखने के उपाय:
मांस, शराब और मादक पदार्थों की बिक्री पर प्रतिबंध लगाने और असामाजिक एवं साम्प्रदायिक तत्वों पर विशेष निगरानी रखने को कहा गया है। श्रद्धालुओं से सम्मानजनक व्यवहार सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए गए।
डीजीपी दीपम सेठ ने कहा, “उत्तराखंड पुलिस श्रद्धालुओं की सेवा और सुरक्षा के लिए पूरी तरह से सतर्क और प्रतिबद्ध है। हम सुनिश्चित करेंगे कि कांवड़ मेला 2025 शांति, समन्वय और सुरक्षा के साथ सम्पन्न हो।”
इस गोष्ठी में अपर पुलिस महानिदेशक अपराध एवं कानून व्यवस्था वी. मुरुगेशन, एडीजी प्रशासन ए.पी. अंशुमान, आईजी पीएसी नीरू गर्ग, आईजी फायर मुख्तार मोहसिन, आईजी गढ़वाल रेंज राजीव स्वरूप, डीआईजी धीरेन्द्र गुंज्याल, एसएसपी देहरादून अजय सिंह, एसएसपी हरिद्वार परमेन्द्र डोभाल, एसएसपी एसटीएफ नवनीत सिंह समेत कई अधिकारी मौजूद रहे।