श्रावण कांवड़ यात्रा आज से शुरू: हरिद्वार से निकले शिवभक्त, एक माह कनखल में रहेंगे ‘दक्षेश्वर’ भोलेनाथ

श्रावण कांवड़ यात्रा आज से शुरू: हरिद्वार से निकले शिवभक्त, एक माह कनखल में रहेंगे ‘दक्षेश्वर’ भोलेनाथ

हरिद्वार, 11 जुलाई — श्रावण मास की शुरुआत के साथ देशभर के शिवभक्तों की बहुप्रतीक्षित कांवड़ यात्रा आज से आरंभ हो गई। हरिद्वार की पवित्र हर की पैड़ी से गंगाजल भरकर लाखों कांवड़िये अपने-अपने राज्य—उत्तर प्रदेश, दिल्ली, राजस्थान, हरियाणा, पंजाब और मध्य प्रदेश—के शिवालयों की ओर रवाना हो रहे हैं। ये श्रद्धालु 14 दिनों तक पैदल यात्रा करते हुए शिव चौदस के दिन गंगाजल भगवान शिव को अर्पित करेंगे। कांवड़ यात्रा के साथ-साथ यह श्रावण मास धार्मिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है। शिवभक्तों की तीन प्रमुख यात्राएं इस माह में होती हैं—हरिद्वार की कांवड़ यात्रा, बाबा अमरनाथ यात्रा और कैलाश मानसरोवर यात्रा। इन यात्राओं में हरिद्वार की कांवड़ यात्रा सबसे व्यापक और जनसहभागिता वाली मानी जाती है।

पौराणिक मान्यता के अनुसार, श्रावण में भगवान शिव कनखल के राजा दक्ष को दिया गया वचन निभाने के लिए कनखल आते हैं और पूरा मास यहीं व्यतीत करते हैं। यही कारण है कि यह क्षेत्र “दक्षेश्वर धाम” के रूप में श्रद्धालुओं के बीच विशेष महत्त्व रखता है।

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इस बार शिव चौदस 23 जुलाई को पड़ रही है, जब कांवड़ का जल शिवलिंगों पर चढ़ाया जाएगा। पंचांग की विशेष स्थिति के अनुसार इस वर्ष एकादशी, द्वादशी और त्रयोदशी एक साथ पड़ रही हैं, जिससे त्रयोदशी का क्षय हो रहा है और इसी के चलते शिव चौदस का विशेष महत्व और तय दिन 23 जुलाई को जलार्पण सुनिश्चित किया गया है। हरिद्वार में “हर हर महादेव” और “बोल बम” के जयकारों के साथ वातावरण भक्तिमय हो चुका है। प्रशासन और पुलिस बल की तैनाती, सुरक्षा प्रबंध और यात्रा मार्गों की निगरानी की व्यवस्थाएं पूरी कर ली गई हैं। श्रद्धा और आस्था से ओतप्रोत इस यात्रा के दौरान हरिद्वार एक बार फिर से शिवमय हो गया है।

इस बीच पुलिस प्रशासन ने यात्रा को सुरक्षित और सुव्यवस्थित बनाने के लिए सख्त कदम उठाए हैं। कांवड़ मेले के लिए एक विशेष हेल्पलाइन नंबर 91-9520625934 जारी किया गया है। एसएसपी प्रमेंद्र सिंह डोबाल ने बताया कि यह हेल्पलाइन 24 घंटे सक्रिय रहेगी।

सुरक्षा व्यवस्था को लेकर एडीजी अपराध एवं कानून व्यवस्था वी. मुरुगेशन की अध्यक्षता में उच्चस्तरीय बैठक हुई, जिसमें एडीजी अभिसूचना एपी अंशुमान, आईजी यातायात एनएस नपच्याल, आईजी गढ़वाल राजीव स्वरूप, डीएम हरिद्वार मयूर दीक्षित और एसएसपी प्रमेंद्र सिंह डोबाल शामिल रहे। एडीजी मुरुगेशन ने कहा, “कांवड़ यात्रा एक बड़ी चुनौती है, जिसे हर स्तर पर सतर्कता और समन्वय से पूरा करना होगा।” उन्होंने सभी पुलिसकर्मियों को चप्पे-चप्पे पर निगरानी रखने और किसी भी अफवाह को फैलने से पहले रोकने के निर्देश दिए।

करीब 4,000 पुलिस और अर्द्धसैनिक बल तैनात किए गए हैं। एडीजी अंशुमान ने कहा कि असामाजिक तत्वों पर नजर रखने और सोशल मीडिया पर धार्मिक भावनाएं भड़काने वाले कंटेंट पर विशेष सतर्कता बरती जाए। आईजी नपच्याल ने ट्रैफिक और भीड़ नियंत्रण को प्राथमिकता देने को कहा, जबकि आईजी राजीव स्वरूप ने निर्देश दिए कि कोई भी वाहन सड़क किनारे पार्क न किया जाए और यातायात योजना को सुव्यवस्थित ढंग से लागू किया जाए।

Saurabh Negi

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