कांवड़ यात्रा में पहली बार ‘नभ नेत्र’ ड्रोन से निगरानी, घाटों से लेकर सड़कों तक हर गतिविधि पर रहेगी नजर

कांवड़ यात्रा में पहली बार ‘नभ नेत्र’ ड्रोन से निगरानी, घाटों से लेकर सड़कों तक हर गतिविधि पर रहेगी नजर

देहरादून, 23 जून – आगामी कांवड़ यात्रा को लेकर उत्तराखंड राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (यूएसडीएमए) ने उच्चस्तरीय निगरानी और सुरक्षा की तैयारी शुरू कर दी है। इस बार यात्रा के दौरान हरिद्वार में ‘नभ नेत्र’ ड्रोन तैनात किया जाएगा, जो भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों, सड़कों, पुलों और गंगा घाटों की हवाई निगरानी करेगा। शनिवार को यूएसडीएमए कंट्रोल रूम में आयोजित बैठक में अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी (प्रशासन) आनंद स्वरूप ने बताया कि ड्रोन से मिलने वाले विजुअल्स की निगरानी राज्य और जिला आपातकालीन परिचालन केंद्रों से की जाएगी।

यूएसडीएमए द्वारा 30 जून को आयोजित राज्य स्तरीय बाढ़ मॉक ड्रिल में हरिद्वार में सुरक्षित कांवड़ यात्रा और घाटों की तैयारियों की भी परख की जाएगी। इस दौरान आपदा प्रबंधन की प्रतिक्रिया क्षमताओं का परीक्षण किया जाएगा।

अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी (क्रियान्वयन) डीआईजी राजकुमार नेगी ने बताया कि कांवड़ियों के मोबाइल में ‘सचेत ऐप’ डाउनलोड कराया जाएगा ताकि वे मानसून के दौरान मौसम और आपात सूचनाएं समय पर प्राप्त कर सकें। एंट्री पॉइंट्स पर ऐप डाउनलोड के लिए होर्डिंग और बारकोड लगाए जाएंगे। टोल फ्री नंबर 112, 1070 और 1077 की जानकारी भी दी जाएगी।

बैठक में बताया गया कि एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, जल पुलिस और 60 प्रशिक्षित आपदा मित्रों को गंगा घाटों पर तैनात किया जाएगा। विशेष रूप से कांगड़ा घाट में सुरक्षा के अतिरिक्त इंतजाम किए जाएंगे।

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कांवड़ यात्रियों की सुरक्षा को देखते हुए वन विभाग को निर्देशित किया गया है कि संवेदनशील क्षेत्रों में वन्य जीवों से सुरक्षा के विशेष इंतजाम करें। वहीं, विद्युत विभाग को निर्देश दिए गए हैं कि ऊंची कांवड़ के रास्तों में तारों से कोई खतरा न हो।

यात्रा के दौरान भगदड़, डूबने की घटनाएं, अस्थायी कैंपों में आग, बारिश-जलभराव, संक्रामक रोग, ट्रैफिक जाम, दुर्घटनाएं और अन्य आकस्मिकताओं को देखते हुए सभी विभागों को अलर्ट मोड पर रखा गया है।

हरिद्वार के जिला आपातकालीन परिचालन केंद्र को मास्टर कंट्रोल रूम बनाया गया है, जहां से पूरी यात्रा पर नजर रखी जाएगी। सभी विभागों को सिंगल प्वाइंट ऑफ कांटेक्ट नामित करने और उनकी सूची साझा करने के निर्देश भी दिए गए हैं।

Saurabh Negi

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