केदारनाथ धाम के कपाट शीतकाल के लिए बंद, इस वर्ष 17.5 लाख से अधिक श्रद्धालु पहुंचे

केदारनाथ धाम के कपाट शीतकाल के लिए बंद, इस वर्ष 17.5 लाख से अधिक श्रद्धालु पहुंचे

केदारनाथ – आज गुरुवार को सुबह 8:30 बजे पवित्र केदारनाथ मंदिर के कपाट शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए। ‘‘हर-हर महादेव’’ और ‘‘जय बाबा केदार’’ के जयकारों के बीच लगभग 10 हजार श्रद्धालु इस आध्यात्मिक क्षण के साक्षी बने।

कपाट बंद होने से पूर्व मंदिर को सुंदर फूलों से सजाया गया। मुख्य पुजारी बागेश लिंग और अन्य पुजारियों ने यज्ञ, हवन, समाधि पूजा सहित सभी विधि-विधान संपन्न कराए। इसके बाद शिवलिंग को कुमजा, बुकला, राख, ब्रह्मकमल समेत स्थानीय फूलों से ढक दिया गया।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कार्यक्रम में भाग लेते हुए बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की परिकल्पना के अनुरूप केदारपुरी का पुनर्निर्माण धाम को और भव्य व दिव्य रूप प्रदान कर रहा है। उन्होंने कहा कि इस वर्ष चारधाम यात्रा में 50 लाख से अधिक यात्री पहुंचे। इनमें से केवल केदारनाथ में 17,68,795 श्रद्धालुओं ने दर्शन किए, जो पिछले वर्ष से लगभग 1.25 लाख अधिक हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि शीतकालीन प्रवास स्थलों पर भी धार्मिक गतिविधियां जारी रहेंगी। इससे स्थानीय लोगों को होमस्टे, होटल सहित अन्य सेवाओं से रोजगार मिलता रहेगा। उन्होंने सभी यातायात व सुरक्षा व्यवस्थाओं को सफल बनाने के लिए संबंधित विभागों और स्वयंसेवकों का धन्यवाद दिया।

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कपाट बंद होने के बाद पंचमुखी डोली अपनी यात्रा पर रवाना हो गई। डोली पहले रामपुर, फिर 24 अक्तूबर को गुप्तकाशी स्थित विश्वनाथ मंदिर, और 25 अक्तूबर को ऊखीमठ के ओंकारेश्वर मंदिर पहुँचेगी, जहाँ शीतकाल में भगवान केदारनाथ की पूजा-अर्चना होगी।

Saurabh Negi

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