भारी बारिश के कारण केदारनाथ धाम यात्रा स्थगित, फंसे 200 यात्री एयरलिफ्ट; 1000 को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया
उत्तराखंड में वर्षा से जनजीवन प्रभावित है। केदारनाथ पैदल मार्ग कई जगह ध्वस्त होने के कारण वीरवार को यात्रा स्थगित रखी गई है। अन्य यात्रा मार्गों पर भी जगह-जगह भूस्खलन और पहाड़ी से पत्थर एवं मलबा गिरने के कारण जोखिम बढ़ गया है, ऐसे में राज्य सरकार ने यात्रियों से सुरक्षित स्थानों पर ही रुकने को कहा है। यात्राओं से मौसम को देखकर सफर करने का अनुरोध किया जा रहा है। हरिद्वार और ऋषिकेश में आज चार धाम यात्रा के पंजीकरण स्थगित रख गए हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी गुरुवार सुबह से ही प्रदेश के अलग-अलग आपदा प्रभावित जनपदों का हवाई एवं स्थलीय निरीक्षण कर रहे हैं। बीती रात आपदा आने के बाद से मुख्यमंत्री धामी लगातार सक्रिय हैं। गुरुवार को उन्होंने केदारनाथ यात्रा मार्ग पर पहुंच कर श्रद्धालुओं का कुशलक्षेम जाना और अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए।
बुधवार रात केदारनाथ यात्रा मार्ग पर भीमबली, रामबाड़ा, लिंचोली इत्यादि स्थानों पर मार्ग पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त हो गया था, जिस कारण अनेक यात्री रास्ते में ही फंस गए हैं। कमांडेंट एसडीआरएफ मणिकांत मिश्रा के निर्देश पर श्रीकेदारनाथ एवं लिंचोली से दो टीम नीचे की ओर रेस्क्यू कार्य करते हुए आ रही हैं। शासन द्वारा हेलीकॉप्टर के माध्यम से भी रेस्क्यू शुरू कर दिया गया है, जिसके माध्यम से अभी तक 200 यात्रियों को निकाला जा चुका है।
सोनप्रयाग से इंस्पेक्टर अनिरुद्ध भंडारी के नेतृत्व में एसडीआरएफ की एक अन्य टीम द्वारा सोनप्रयाग और भीमबली के बीच पैदल मार्ग पर फंसे हुए लगभग 1000 यात्रियों को दुर्गम पहाड़ी रास्तों से होकर वैकल्पिक मार्ग बनाकर सुरक्षित निकाला जा चुका है। रेस्क्यू कार्य लगातार जारी है।
बीती रात को हुई भारी बारिश के कारण केदारनाथ के पैदल मार्ग पर कई जगहों पर गदेरे उफान पर आ गए थे। जिसको देखते हुए जिलाधिकारी के निर्देशन में रेस्क्यू किया जा रहा है। उप जिलाधिकारी ऊखीमठ अनिल कुमार शुक्ला ने बताया कि बीती रात को हुई अत्यधिक बारिश के कारण श्री केदारनाथ धाम यात्रा के पैदल मार्ग पर जगह-जगह रास्ते टूट गए हैं। सोनप्रयाग बाजार से लगभग एक किमी के ऊपर बड़े-बड़े पत्थर व बोल्डर आ गए हैं। इसके अतिरिक्त यात्रा मार्ग के क्षतिग्रस्त होने से यात्रियों को देर रात्रि को ही सुरक्षित स्थानों पर रोक दिया गया है। साथ ही फिलहाल उन्हें आगे की यात्रा को स्थगित करने का सुझाव दिया गया है। उन्होंने बताया कि कोई भी यात्री कहीं फंसा हुआ नहीं है तथा सभी सुरक्षित हैं। उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक स्थिति का जायजा लेने केदारनाथ पहुंच गए हैं। उन्होंने सभी कांवड़ियों, तीर्थ यात्रियों एवं श्रद्धालुओं से अपील करते हुए कहा कि जब तक यात्रा ट्रैक सही नहीं हो जाता सभी अपनी यात्रा को स्थगित कर दें।
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सोनप्रयाग में 100 मीटर बह गया हाईवे –
जानकारी के मुताबिक बुधवार रात्रि को हुई तेज बारिश के बाद केदारनाथ जाने वाला हाईवे सोनप्रयाग में लगभग 100 मीटर बह गया है। वहीं केदारनाथ पैदल मार्ग कई स्थानों पर वॉश आउट हो चुका है। जिस कारण केदारनाथ यात्रा फिलहाल स्थगित कर दी गई है। प्रशासन ने यात्रियों को सुरक्षित स्थानों पर ठहरने की सलाह दी जा रही है। हालांकि अभी नदी को जलस्तर सामान्य है।