चारधाम यात्रा: केदारनाथ हेली सेवा का किराया बढ़ा, पंजीकरण हुआ अनिवार्य

चारधाम यात्रा: केदारनाथ हेली सेवा का किराया बढ़ा, पंजीकरण हुआ अनिवार्य

चारधाम यात्रा की तैयारी जोरों पर है, लेकिन इस बार तीर्थयात्रियों को केदारनाथ हेली सेवा के लिए पहले से ज्यादा किराया चुकाना होगा। उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण (यूकाडा) ने हेली सेवा संचालन के लिए नौ एविएशन कंपनियों के साथ तीन साल का अनुबंध किया है, जिसके तहत इस वर्ष किराये में 5% तक की बढ़ोतरी की जाएगी।

हेली टिकट बुकिंग और किराया वृद्धि

हेली टिकटों की बुकिंग आईआरसीटीसी की वेबसाइट पर ऑनलाइन होगी। केदारनाथ धाम के लिए गुप्तकाशी, फाटा और सिरसी हेलिपैड से हेली सेवा संचालित होगी। बीते साल की तरह इस बार भी पवन हंस, हिमालयन हेली, ट्रांस भारत, ग्लोबल विक्ट्रा, थंबी एविएशन, केस्ट्रल एविएशन और एयरो एयरक्राफ्ट कंपनियां हेली सेवा प्रदान करेंगी। किराये की नई दरें इस प्रकार हैं:

रूट 2023 किराया (₹) 2024 किराया (₹) नई प्रस्तावित दर (₹)
सिरसी से केदारनाथ 5,498 5,772 6,061
फाटा से केदारनाथ 5,500 5,774 6,063
गुप्तकाशी से केदारनाथ 7,740 8,126 8,533

(नोट: किराया आने और जाने दोनों दिशाओं के लिए है।)

यात्रा पंजीकरण अनिवार्य

इस बार हेली सेवा की ऑनलाइन टिकट बुकिंग के लिए चारधाम यात्रा का पंजीकरण अनिवार्य होगा। बिना पंजीकरण के यात्री टिकट नहीं बुक कर पाएंगे। एक आईडी से अधिकतम छह सीटें बुक की जा सकती हैं, जबकि समूह यात्रा के लिए अधिकतम 12 सीटों की बुकिंग संभव होगी।

15 मार्च के बाद शुरू होगा पंजीकरण

बदरीनाथ और केदारनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि घोषित हो चुकी है। गंगोत्री और यमुनोत्री धाम 30 अप्रैल को, केदारनाथ धाम 2 मई को और बदरीनाथ धाम 4 मई को खोले जाएंगे। राज्य सरकार 15 मार्च के बाद यात्रा पंजीकरण शुरू कर सकती है, जिससे तीर्थयात्रियों को योजना बनाने में आसानी होगी।

यूकाडा के अनुसार, हेली सेवा में किसी भी प्रकार की कालाबाजारी और फर्जीवाड़ा रोकने के लिए एक विशेष एसओपी तैयार की जा रही है, जिसे सख्ती से लागू किया जाएगा।

Saurabh Negi

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