केदारनाथ यात्रा हुई बंद, जानिये वजह और कब तक रहेगी बंद

रुद्रप्रयाग, 30 जुलाई – सोनप्रयाग-गौरीकुंड पैदल मार्ग पर भारी भूस्खलन के कारण केदारनाथ यात्रा तीन दिन के लिए रोक दी गई है। मुनकटिया से लगभग डेढ़ किलोमीटर आगे पहाड़ी का बड़ा हिस्सा ढहने से रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड राष्ट्रीय राजमार्ग पूरी तरह बंद हो गया है। मंगलवार शाम साढ़े छह बजे हुए भूस्खलन में बड़ी चट्टानें और मलबा सड़क पर आ गिरा, हालांकि उस वक्त सड़क पर कोई वाहन नहीं था।
सोनप्रयाग कोतवाली प्रभारी राकेंद्र सिंह कठैत ने बताया कि घटनास्थल पर भारी बोल्डर और मलबा जमा है, जिससे मार्ग पूरी तरह अवरुद्ध हो गया है। पुलिस ने सोनप्रयाग और गौरीकुंड से दोनों ओर की आवाजाही पर रोक लगा दी है। एनएच के अधिशासी अभियंता ओंकार नाथ पांडे ने बताया कि दो मशीनों से मलबा हटाने का कार्य शुरू कर दिया गया है, लेकिन लगातार हो रही बारिश और अंधेरे के कारण दिक्कत आ रही है। मौसम अनुकूल रहा तो बुधवार सुबह तक हाईवे बहाल किया जा सकता है।
बारिश के बावजूद मंगलवार को 2000 श्रद्धालु सोनप्रयाग से केदारनाथ के लिए रवाना हुए, जबकि 1300 यात्री दर्शन कर लौट चुके थे। सुबह छह बजे से श्रद्धालुओं की आवाजाही शुरू हुई, लेकिन बीच-बीच में तेज बारिश होने पर कुछ समय के लिए रोका भी गया। इस बीच केदारनाथ में भक्तों का उत्साह बना रहा।
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वहीं केदारनाथ धाम में चल रही श्रीमद्भागवत कथा के पांचवें दिन कथावाचक आचार्य स्वयंवर प्रसाद सेमवाल ने श्रीकृष्ण जन्मलीला का वर्णन किया। लेकिन भूस्खलन के कारण यात्रा प्रभावित होने से सोनप्रयाग और गौरीकुंड में फंसे यात्रियों की संख्या बढ़ सकती है। प्रशासनिक अमला राहत कार्य में जुटा है, लेकिन रुक-रुककर हो रही बारिश चुनौती बनी हुई है।