कोसी नदी खनन : कभी भी बंद हो सकती है कुमाऊं की बत्ती

कोसी नदी खनन : कभी भी बंद हो सकती है कुमाऊं की बत्ती

कोसी नदी में अवैध खनन की वजह से कभी भी कुमाऊं की बत्ती गुल हो सकती है। क्योंकि, उत्तराखंड के सबसे बड़े 440 केवी पावर हाउस काशीपुर के सीतारामपुर में बना है। जहां से काशीपुर, रामनगर, बाजपुर, जसपुर, केलाखेड़ा, महुआखेड़ागंज व पंतनगर इलाके में बिजली सप्लाई होती है। साथ ही 440 केवी पावर हाउस से 220 केवी लाइन द्वारा कुमाऊं को बिजली सप्लाई होती है। इसके लिए 220 केवी से सीतारामपुर स्थित बिजली घर से शुरू होकर कोसी नदी के बीच से गुजरते हुए कुमाऊं को बिजली सप्लाई दी गई है। लेकिन कोसी नदी में बिजली के बड़े खंभों की जड़ तक अवैध खनन किया जा चुका है। जिसको देखते हुए पावर ट्रांसमिशन कारपोरेशन आफ उत्तराखंड के अधिकारियों को अब चिंता सता रहा है कि आगामी बारिश के समय में कोसी नदी में लगाए गए बिजली के बड़े पांच टावर गिर सकते हैं। कोसी नदी से गुजरने वाली हाइवोल्टेज लाइनों के खंभों के जड़ तक अवैध खनन को लेकर पावर ट्रांसमिशन कारपोरेशन आफ उत्तराखण्ड पंतनगर आपरेशन के एसडीओ परमप्रीत सिंह ने टीम के साथ आइटीआइ थाना और एएसपी काशीपुर को शिकायत दी।

एसडीओ ने पुलिस अधिकारियों को दी शिकायत में बताया कि कोसी नदी में ग्राम मुकुन्दपुर से गुजर रही 220 केवी की विद्युत लाइन के टावर संख्या 29, 30, 31 एवं 32 के समीप हुए अवैध खनन से कुमाऊं की बिजली सप्लाई खतरे में है।

वर्तमान में सिड़कुल रुद्रपुर के समस्त उद्योगों एवं संपूर्ण कुमांऊ क्षेत्र को विद्युत आपूर्ति की जाती है। विद्युत लाइनों के टावर संख्या 29, 30, 31 एवं 32 के जड़ से खनन माफियों द्वारा अवैध खनन किया जा चुका है। जिससे उक्त टावरों के गिरने का खतरा है। टावर के गिरने की स्थिति में भारी जानमाल के साथ ही सम्पूर्ण कुमाऊं की विद्युत आपूर्ति बाधित होने का खतरा बना हुआ है।

खतरे में कुमाऊं की बिजली

काशीपुर के सीतारामपुर में उत्तराखंड के सबसे बड़े 440 केवी पावर हाउस बना हुआ है। जहां से तराई के साथ ही कुमाऊं को बिजली सप्लाई दी जाती है। इनमें 220 केवी, 37 केवी, 11000 केवी 66 केवी, 33 केवी और 160 केवी की लाइने हैं। कोसी नदी में खनन माफियों द्वारा बिजली के खंभों के जड़ तक खनन किए जाने से विद्युत लाइनों के ढहने से बहुत बड़ा हादसा होने का डर है।

खतरे में रेलवे पुल भी

बाजपुर रोड पर कोसी नदी के ऊपर बनाए बए रेलवे पुल के खंभों के नीचे भी अवैध खनन जारी है। अवैध खनन होने से रेलवे पुल का जड़ दिखाई देने लगा है। जिससे बारिश के समय में रेलवे पुल के भी ढहने का डर सता रहा है। बारिश में जल बहाव से अगर रेलवे पुल बहा तो भी बहुत बड़ा हादसा होने से बचाना मुश्किल रहेगा। हाल ही में बाजपुर प्रशासन द्वारा 7 करोड़ 38 लाख रुपये का जुर्माना लगाया जा चुका है। इसके बावजूद भी अवैध खनन थमने का नाम नहीं ले रहा है।

कोसी नदी से गुजर रही कुमाऊं की 220 केवी एचटी लाइन के खंभों के जड़ तक खनन किया जा चुका है। बारिश में एचटी लाइन बहने से कुमाऊं की बिजली सप्लाई ठप होने के साथ ही जानमाल का बहुत बड़ा हादसा होगा।  परमप्रीत सिंह, आपरेशन एसडीओ, पावर ट्रांसमिशन कारपोरेशन आफ उत्तराखण्ड पंतनगर

कोसी नदी में हाइवोल्टेज विद्युत लाइन के जड़ से किए गए अवैध खनन की टीम भेजकर जांच करवाई जाएगी। विद्युत लाइनों के जड़ से इस प्रकार अवैध खनन करने वालों पर कानूनी कार्रवाई अमल मेें लाई जाएगी। सीमा विश्वकर्मा, प्रभारी एसडीएम, काशीपुर

हाइवोल्टेज विद्युत लाइन के जड़ से अवैध खनन होने से उसका फाउंडेशन टूटने का डर है। जिससे बड़ा हादसा होने का डर है। मामले में प्रशासनिक अधिकारियों के साथ वहां खनन करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। – अभय सिंह, अपर पुलिस अधीक्षक-काशीपुर

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